(1)वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type question)
(A) उत्तर को चिह्नित कीजिए।
1. ध्वनि प्रदूषण को मापा जाता है – डेसीबलमीटर/ एनीमोमीटर /बैरोमीटर द्वारा ।
उत्तर – डेसीबलमीटर।
2. ध्वनिप्रदूषण से सुनने की क्षमता – कम हो सकती है / अधिक हो सकती है / समाप्त हो सकती है।
उत्तर – कम हो सकती है।
3. शहरों में ध्वनि प्रदूषणका कारण है – मोटरगाड़ियों द्वारा बजने वाला / हवाई जहान/सभी ।
उत्तर – सभी।
4. शहरों की तुलना में गाँवों में ध्वनि प्रदूषण — अधिक है/कम है/नहीं है।
उत्तर — कम है।
5. साधारणतया 35/60/65 डेसीबल से ज्यादा तेज आवाज से समस्या उत्पन्न हो जाती है।
उत्तर — 60।
(B) रिक्त स्थानों की पूर्ति करो
1. .............. में ध्वनि प्रदूषण का कारण है मोटर वाहन।
उत्तर — शहरों में।
2. गाँवों की अपेक्षा शहरों में …….. प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर अधिक प्रभाव पड़ता है।
उत्तर — ध्वनि।
3. ……. प्रदूषण को डेसीबल मीटर नामक यन्त्र से मापा जाता है।
उत्तर — ध्वनि।
4. साधारणतया ……… डेसीबल से ज्यादा तेज आवाज से मनुष्य को शारीरिक एवं मानसिक समस्याएं होती हैं।
उत्तर — 60
[2] लघु उत्तरीय प्रश्न —-
प्रश्न 1. ध्वनि प्रदूषण किसे कहते हैं? ध्वनि की तीव्रता मापक इकाई को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर : ध्वनि प्रदूषण वास्तव में जब शब्द मनुष्य की असहाय, यंत्रणादायक और कानों को कटु लगते हैं तो उसे ध्वनि प्रदूषण कहा जाता है। ध्वनि की तीव्रता मापक इकाई डेसीबल है।
प्रश्न 2. ध्वनि प्रदूषण के क्या कारण है?
उत्तर : प्रदूषण के कारण बादलों की कड़क परिवहन के साधन जैसे मोटर रेलगाड़ी, हवाई जहाज, लाउडस्पीकर, फैक्ट्रियों में बजने वाला सायरन, जुलुस तथा नारेबाजी आदि ध्वनि के प्रमुख कारण है।
प्रश्न- 3. ध्वनि प्रदूषण के क्या प्रभाव हैं?
उत्तर : ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव ध्वनि प्रदूषण का सीधा असर कानों पर पड़ता है जिससे श्रवण शक्ति प्रभावि होती है। इसका परिणाम बहरापन है। इसके अलावा घबराहट तथा हृदय गति एवं तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न- 4. ध्वनि प्रदूषण को रोकने के क्या उपाय हैं?
उत्तर : ध्वनि प्रदूषण को रोकने के उपाय: ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए शोर उत्पन्न करने वाली मशीन के स्थान पर ऐसी मशीनों का प्रयोग किया जाय जिससे कम ध्वनि उत्पन्न हो। हवाई अड्डों पर रो अवशोषकों का प्रयोग किया जाना चाहिए।