वस्तुनिष्ठ प्रश्न ::----
हम और दूसरे प्राणी निर्भर करते हैं —- पेड़ पौधो पर
पेड़ पौधे निर्भर करते हैं —- जीवधारिओं पर
किसके बिना हमारा काम नहीं चल सकता —- जल
दैनिक जीवन में उपयोग की सभी वस्तुएं प्राप्त करते हैं — पेड़ पौधो पर
पक्षी अपना घोसला बनाते हैं —- पेड़ पौधो पर
हम कपड़ो के लिए निर्भर करते हैं —-- पेड़ पौधो पर
सूती कपड़ा तैयार होता है —-- रुई से
रुई प्राप्त होता है — कपास से
रबर प्राप्त होता है —- वटवृक्ष से
मलेरिया की दवा बनती है —-- कुनैन से
पेड़ पौधे अपना भोजन तैयार करते समय ग्रहण करते हैं —-- कार्बन डाई आक्साइड
तितली फूलों पर क्यों बैठती है —-- मधुपान करने
जब एक से अधिक फूलों के रेणु का मिश्रण होता है, इस प्रक्रिया को कहते हैं —-- पराग मिलन
चोर पुष्पी एक प्रकार का —-- फल
एजोला एक प्रकार का —-- कलमी पौधा
प्रकृति में जहां दो या दो से अधिक जो एक दूसरे के साथ रहते हुए जीवित रहते हैं उन्हें —-- सह जीवन कहते हैं
सागर फूल के साथ रहती है —- क्लाउन मछली
रस चूसने वाले पतंगे को कहते हैं —-- एफिड
मैना गेंडा का —-- सहजीवी है
जो प्राणी दूसरे प्राणी को खा जाते हैं —-- मांसाहारी
जो प्राणी लता, पत्ते, घास , फल फूल खाते हैं —- शाकाहारी
जो प्राणी अपने भोजन के लिए दूसरे प्राणियों पर निर्भर रहते हैं —-- परजीवी
मनुष्य के शरीर में रहने वाला एक परजीवी — जू
पेड़ों पर उगने वाला एक परजीवी —-- स्वर्ण लता
समुद्री मछलियों के यकृत में होता है —--- विटामिन A और विटामिन D
हमें रेशम प्राप्त होता है —-- रेशम के कीड़ों से
हम श्वसन क्रिया के समय क्या ग्रहण करते हैं —- ऑक्सीजन
मनुष्य के अतिरिक्त अन्य प्राणी सीधे या घुमा फिरा कर अपना भोजन ग्रहण करते हैं —-- पेड़ पौधों से
ऐसे प्राणी जो पेड़ पर रहते हैं —-- गिलहरी, बंदर, सांप आदि |
जहां भूकंप अधिक आता है वहां मकान बनाए जाते हैं —-- लकड़ी के
कुछ ऐसे पौधों के नाम जिनके रेशों से दैनिक जीवन में उपयोग की वस्तुएं बनती हैं —-- नारियल, जूट, कपास |
लकड़ी से बनी वस्तुओं को चमकाने के लिए क्या किया जाता है —-- पोलिस
वार्निश कहां से प्राप्त होता है —-- पेड़ पौधों से
कुनैन किससे प्राप्त होता है — सिनकोना की छाल से
कुछ ऐसे पौधों के नाम जिससे औषधिया तैयार होती है —-- सर्पगंधा, तुलसी, बसाक इत्यादि।
मधुमक्खी एक फूल से दूसरे फूल में जाती है तो —-- पराग मिलन होता है
सेंधमार किस जानवर को कहते हैं —- वन बिलार को
प्रदूषण कम करने वाले प्राणियों के नाम —- कौवा, गिद्ध, सूअर।
परिवहन में सहायक प्राणियों के नाम —- घोड़ा, बैल , गधा।
कृषि में सहायक एक प्राणी का नाम —-- बैल
लैक्टोबैसिलस क्या है —- एक प्रकार का बैक्टीरिया
दही में कौन सा एसिड पाया जाता है —-- लैक्टिक एसिड
ईस्ट क्या है —-- एककोशिकीय फंगस
ईस्ट का उपयोग —- पाव रोटी बनाने में
एक बैक्टीरिया जिसका प्रयोग औषधि निर्माण में होता है —-- स्ट्रॉटाइसेस
लघूत्तरीय प्रश्न : :::
किस किस काम के लिए हम परिवार के सदस्यों पर निर्भर करते हैं ?
उत्तर : रोज खाना बनाने के लिए – माँ , चाची , भाभी , बड़ी बहन
छोटे भाई-बहन की देखभाल — पिताजी , चाचा जी , बड़े भाई
पढ़ाई का खर्च — पिताजी
किस किस काम के लिए समाज के विभिन्न लोगों पर निर्भर करते हैं ?
उत्तर : मकान बनाने के लिए — राजमिस्त्री
नल ठीक करने के लिए —- प्लम्बर
लकड़ी का फर्नीचर —- बढ़ई
लोहे का फर्नीचर —- लोहार
कृषि के लिए —- किसान
हम पेड़ - पौधो से क्या क्या प्राप्त करते है ?
उत्तर : खाने के लिए : अनाज , फल , कंद मूल
मकान बनाने के लिए : लकड़ी, पत्ता , रेसा
कपड़े तैयार करने के लिए : रुई,
किस-किस वनस्पतियों के कौन-कौन सा अंश मनुष्य खाता है?
उत्तर : गाजर - जड़
अदरक - तना
आम - फल
सहजन - फल, फूल
कोहड़ा - फल , फूल , पत्ता , डाली
केला - फल, फूल , तना
भुट्टा - फल
पालक - पत्ता
करमी साग - पत्ता
चालता (एक प्रकार का खट्टा फल ) – फल
कौन - कौन से प्राणी पौधों की किस प्रकार सहायता करते हैं?
उत्तर : वन बिलर : कांटेदार फल और बीज उसके शरीर से चिपक कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाते है।
चमगादड़ : जमीन पर गिरे हुए फल खा लेता है। वह फल के बीज हजम नहीं कर पता। यह बीज उसके मॉल के साथ बाहर आ जाता है। समय अनुसार यह बीज पौधों का रूप धारण कर लेते हैं।
हम और अन्य प्राणी किस प्रकार भोजन के लिए पेड़ - पौधो पर निर्भर करते हैं ?
उत्तर : हम और दूसरे प्राणी भोजन के लिए पेड़ो के ऊपर निर्भर करते हैं। हम खाने की बहुत सारी सामग्री पेड़ - पौधो से पाते है। इसके अलावा भी कई प्रकार की खाद्य वस्तुएं। जैसे गाय का दूध , मुर्गी का मांस आदि। गाय , बकरी और मुर्गी अपना खाना पेड़ - पौधो से प्राप्त करते हैं। इसे हम सीधे-सीधे या घूम फिरकर भोजन के लिए पेड़ो पर निर्भर करते हैं।
रहने और घोंसला बनाने के लिए प्राणी कैसे पेड़ों पर निर्भर करते हैं ?
उत्तर : पक्षी पेड़ की सुखी डाल और पत्तो से पेड़ पर घोंसला बनाते हैं। कुछ ऐसे भी प्राणी है जो घर नहीं बनाकर पेड़ की कोठरी में ही रहते है जैसे गिलहरी , मकरी , चींटियां आदि। कुछ ऐसे भी जीव हैं जो पेड़ की डाली को ही अपना घर बना लेते हैं जैसे - बन्दर , चमगादड़ आदि। हम अपना घर को बनाने के लिए समाग्री पेड़ो से प्राप्त करते है जैसे - तना — छत और फर्नीचर बनाने के लिए।
हम कपड़ो के लिए पेड़ो पर कैसे निर्भर करते हैं ?
उत्तर : कपड़ा बनाने के लिए धागो की आवश्यकता होती है और धागा पेड़ो से प्राप्त रुई से बनता है। इसलिए कह सकते हैं की हम कपड़ो के लिए पेड़ो पर निर्भर करते है।
पेड़ पढ़ाई लिखे में हमारी किस प्रकार सहायता करता है ?
उत्तर : हम जो पुस्तक पढ़ते हैं और जिस कॉपी पर लिखते हैं , वह कागज की बानी होती है। हमें कागज पेड़ो से मिलता हैं। किताब या कॉपी बाँधने के लिए गोंद पेड़ से प्राप्त होता है। पेंसिल का दाग मिटाने के लिए इरेजर , पेड़ से प्राप्त रबर से बनता है। इस प्रकार पेड़ पढ़ाई लिखाई करने में हमारी सहायता करता है।
पेड़ - पौधे हमारी स्वास्थ रक्षा में किस प्रकार मदद करते हैं ?
उत्तर : मलेरिया की दवा कुनैन से बनता है। कुनैन सिनकोना नामक पेड़ से प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त सर्पगंधा , तुलसी , बसाक इत्यादि कई पौधे हैं जिनका प्रयोग औषधि निर्माण में किया जाता है। श्वास लेते समय हम ऑक्सीजन लेते है , वह भी हमें पेड़-पौधो से प्राप्त होता है। इस प्रकार पेड़-पौधे हमारी स्वास्थ की रक्षा करते हैं।
2. हमारे चारों ओर परिव्याप्त घटनाओं का चक्र
वस्तुनिष्ठ प्रसन
(A) खाली स्थान भरिए (Fill in the blanks) :--
(1) लोहा, पीतल एवं एल्यूमीनियम सभी उष्मा एवं विद्युत के ……. है।
उत्तर: सुचालक
(2) लकड़ी, प्लास्टिक एवं मोम उष्मा एवं विद्युत के ……है।
उत्तर: कुचालक
(3) ……. को पीटर पतली चादर में बदला जा सकता है।
उत्तर: धातुओं
(4) ……. उष्मा एवं विद्युत का सुचालक होती हैं।
उत्तर: धातुएँ
(5) अधातुएँ उष्मा एवं विद्युत का ……. होती हैं।
उत्तर : कुचालक
(6) आक्सीजन और हाइड्रोजन ........ पदार्थ हैं।
उत्तर : मौलिक
(7) जल एक …. पदार्थ है।
उत्तर: यौगिक
(8) वायु एक ……. है।
उत्तर मिश्रण
(9) …… जलने में सहायक है।
उत्तर: आक्सीजन
(B) सही/ गलत कथन चुनिए (Choose the True False Statement) :
(1) मैग्नीसियम को वायु में जलाने पर मैग्नीसियम आक्साईड उत्पन्न होती है।
उत्तर — सही
(2) कार्बन को आक्सीजन में जलाने पर कार्बन डाई आक्साईड गैस उत्पन्न होती है।
उत्तर — सही
(3) हाइड्रोजन जलने में सहायक नहीं है। आक्सीजन जलने में सहायक है।
उत्तर — सही
(4) किसी पदार्थ का वह सूक्ष्मतम कण जिसे नंगी आँखों से न देखा जा सके एवं उसमें उस पदार्थ सभी गुण मौजूद हो उसे परमाणु कहते हैं।
उत्तर — सही
(5) विभिन्न प्रकार के परमाणुओं के संयोग से यौगिकों का निर्माण होता है।
उत्तर — सही
(6) परमाणु स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकते हैं।
उत्तर — सही
(7) तत्वों के संक्षिप्त नाम को प्रतीक या चिह्न कहते हैं।
उत्तर — सही
(8) सोडियम का संकेत Na होता है।
उत्तर — सही
(9) चांदी का संकेत Ag है।
उत्तर — सही
(10) जल के एक अणु में हाइड्रोजन के दो परमाणु पाए जाते हैं।
उत्तर – सही।
(2) अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer type questions ) :
(1) तत्व के सूक्ष्मतम कण को क्या कहते हैं?
उत्तर: परमाणु
(2) अणु किससे मिलकर बना होता है?
उत्तर : परमाणुओं से।
(3) चीनी में कौन-कौन से तत्व पाए जाते हैं?
उत्तर – कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन
(4) प्रकृति में कुल कितने मूल है ?
उत्तर : 92
(5) फास्फोरस के एक अणु में कितने परमाणु पाए जाते हैं?
उत्तर :4
(6) अमोनिया में नाइट्रोजन के परमाणुओं की संख्या क्या है?
उत्तर: 2
(7) पानी में चीनी घोलने पर प्राप्त घोल को क्या कहते हैं?
उत्तर: चीनी एवं पानी का विलयन (Solution)
(8) चीनी एवं पानी के विलयन में चीनी को क्या कहते हैं?
उत्तर : विलेय (Solute)
(9) चीनी एवं पानी के विलयन में पानी को क्या कहते हैं?
उत्तर: विलायक (Solvent)
(10) तरल पदार्थ में गैसीय पदार्थ के विलयन का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर : बाजारों में बिकने वाले पेय पदार्थ।
(11) गैस में गैस के घोल का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: वायु।
(12) द्रव में ठोस के मिश्रण का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर : पानी में नमक का विलयन।
(13) किसी द्रव पदार्थ में घुले हुए टोस विलेय पदार्थों को विलयन से कैसे अलग कर सकते हैं?
उत्तर : विलयन को फिल्टर पेपर से छानकर
(14) नमक एवं पानी के विलयन से नमक को कैसे अलग करेंगे ?
उत्तर: वाष्पीकरण द्वारा।
(15) कॉपर एवं लोहे के चूर्ण से लोहे के चूर्ण को कैसे अलग करेंगे ?
उत्तर: चुम्बक का उपयोग करके।
(16) एक अधातु का नाम बताइए जो विद्युत का कुचालक हो।
(17) एक धातु का नाम बताइए जो सामान्य तापमान पर द्रव अवस्था में पाया जाता है। उत्तर : पारा।
उत्तर : ग्रेफाइट (कार्बन)
3. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short answer type questions)
(1) लोहा एवं लोहे से बनी आलमारी में क्या अन्तर है?
उत्तर : लोहा एक मौलिक पदार्थ है जबकि लोहे से बनी आलमारी एक वस्तु है।
(2) मौलिक पदार्थ किसे कहते हैं? उदाहरण देकर समझाइए ।
उत्तर : मौलिक पदार्थ : वे पदार्थ जिनके अणुओं में एक ही प्रकार के परमाणु पाए जाते हैं, उन्हें मौलिक पदार्थ (Fundamental matter) कहते हैं। जैसे खइड्रोजन, आक्सीजन, लोहा, सोना, चाँदी, ताँबा इत्यादि।
(3) पदार्थ कितनी अवस्थाओं में पाया जाता है? उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर : पदार्थ ठोस, द्रव एवं गैस तीन अवस्थाओं में पाया जाता है। जैसे लोहा ठोस, पारा द्रव एवं आक्सीजन गैस अवस्था में पायी जाती है।
(4) धातु एवं अधातु से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : धातु (Metals) : वे सभी मौलिक पदार्थ जिनसे होकर उष्मा एवं विद्युत प्रवाहित हो सकती है, जिन्हें पोटकर पतली चादर के रूप में बदला जा सकता है तथा जिन्हें खींचकर तार में बदल सकते हैं, उन्हें धातु कहते हैं, सोना, चांदी, तांबा, अल्यूमीनियम इत्यादि।
अधातु (Non Metals) : वे पदार्थ जिनमें धातुओं के सामान्य गुण अनुपस्थित रहते हैं अर्थात् जो उष्मा एवं विद्युत की कुचालक होती है, जिन्हें पीटकर पतली चादर में तथा खींचकर पतले तार में नहीं बदला जा सकता उन्हें अधातु कहते हैं। उदाहरण: सल्फर, कार्बन इत्यादि ।
(5) विशुद्ध एवं मिश्र पदार्थ से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: विशुद्ध पदार्थ ऐसे पदार्थ जिनमें कोई अन्य बाहरी पद न मिले हो, विशुद्ध पदार्थ कहलाते हैं। जैसे सोना, चाँदी, एल्यूमीनियम आक्सीजन, नाइट्रोजन इत्यादि। मिश्र पदार्थ ऐसे पदार्थ जिनमें बाहरी पदार्थ मिले हैं, मिश्र पदार्थ कहलाते हैं। जैसे चीनी पानी का शर्बत, बारूद, नदी का जल, बाजार का पीसा हुआ मसाला, वातावरण को वायु इत्यादि ।
(6) मौलिक और यौगिक पदार्थ से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : मौलिक पदार्थ (Fundamental matter): ऐसे पदार्थ जिनके अणुओं में एक ही प्रकार के परमाणु पाए जाते हैं, उन्हें मौलिक पदार्थ कहते हैं। जैसे सोना, चाँदी, आक्सीजन, नाइट्रोजन, सोडियम इत्यादि ।
यौगिक पदार्थ (Compound matter): एसे पदार्थ जिनके अणुओं में विभिन्न प्रकार के परमाणु पाए जाते हैं, उन्हें यौगिक कहते हैं। जैसे एक यौगिक पदार्थ है। इसके एक अणु में 2 और आक्सीजन के परमाणु पाए जाते हैं। इसी प्रकार साधारण नमक एक यौगिक पदार्थ है जिसके एक अणु में सोडियम एवं क्लोरीन के परमाणु पाए जाते हैं।
(7i) तत्व से क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : तत्व (Element) : तत्व वे मूल द्रव्य है जिनके अणुओं में एक ही प्रकार के परमाणु पाए जाते हैं। जैसे
इइड्रोजन आक्सीजन, सोडियम, मैगनीशियम, लोह, सोना इत्यादि है।
(8) तत्वों के संकेत से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : संकेत (Symbol) : तत्वों के संक्षिप्त नाम जिससे उस तत्व के एक परमाणु का बोध होता है, टर्म
संकेत कहते हैं। जैसे – (a) इइड्रोजन का संकेत है। इससे हाड्रोजन के एक परमाणु (Atom) का बोध होता है। (b) सोडियम का संकेत "Na है। इससे सोडियम के एक परमाणु का बोध हटा है।
(9) यौगिक अणु से क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर : यौगिक अणु (Compound Molecule) ऐसे अनु जिनमें विभिन्न तत्वों के परमाणु होते है। उन्हें यौगिक अणु कहते हैं। जैसे: जल का अनु "H2O' अमोनिया का अणु "NH3 इत्यादि यौगिक अणु हैं।
(10) संयोजकता से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर : संयोजकता (Valency): "किसी तत्व की संयोजन क्षमता को उस तत्व की संयोजकता कहते है।" अथवा, "किसी तत्व का एक परमाणु जितनी संख्या में हाइड्रोजन परमाणु के साथ संयुक्त होकर यौगिक का निर्माण करता है, उस संख्या को उस तत्व की संयोजकता कहते हैं।"
जैसे "H2O' में आक्सीजन तत्व का एक परमाणु हाइड्रोजन के 2 परमाणुओं से संयुक्त होकर जल का एक अणु 'H2O' उत्पन्न करता है। अतः, आक्सीजन की संयोजक 2 है।
(11) मिश्रण के अवयवों से अवांक्षित अवयव को अलग करने की छानने (Filtration) की विधि का प्रयोग कब किया जाता है? एक उदाहरण द्वारा स्पष्ट करें।
उत्तर : जब द्रव अवस्था में किसी मिश्रण में कोई ठोस पदार्थ अशुद्धि के रूप में मिला हो, तो उस ठोस पदार्थ को मिश्रण से छानकर अलग करते हैं।
इस कार्य के लिए उना पत्र (Fulter paper) का उपयोग किया जाता है। कीचड़ युक्त जल से मिट्टी के कणों को अलग करने के लिए इसी विधि का प्रयोग किया जाता है। प्रयोग विधि द्रव को किसी उमा पत्र से होकर प्रवाहित करने पर ठोस के कण छत्रा पत्र में ही रह जाते हैं। इसके लिए एक छत्रा पत्र (Fiber Paper) को मोड़कर बना लेते हैं। इसे दूसरी बार मोड़कर चतुर्थात (quarter circle) की आकृति में परिणत कर देते हैं। इससे छत्रा पत्र की आकृति कोणीय हो जाती है। अब इस छन्ना पत्र को एक कोणीय फनेल में रखकर चित्र के अनुसार उपकरण सजा लिया जाता है। अब काँच की एक छड़ के किनारे से होकर मिश्रण को कोणीय फनेल में रखे छत्रा पत्र के ऊपर धीरे- धीरे गिराते हैं। छत्र पत्र के छिद्रों से होकर द्रव नीचे गिरता है जिसे एक बीकर में एकत्र कर लिया जाता है। ठोस पदार्थ के कण उन्ना पत्र में ही रुक जाते हैं। छना हुआ द्रव छनित (filtrate) कहलाता है और छत्रा पत्र में एकत्रित ठोस के कण अवशेष (residue) कहलाते हैं। बालू और जल के मिश्रण से इन दोनों अवयवों को इसी विधि द्वारा पृथक किया जाता है।
(12) किस प्रकार के मिश्रण से उनके अवयवों को अलग करने के लिए वाष्पन विधि का उपयोग किया जाता है? एक उपयुक्त उदाहरण लेकर प्रयोग विधि का वर्णन करें।
उत्तर : वाष्पन (Evaporation) : यह विधि किसी वाष्पशील द्रव में घुले हुए ठोस पदार्थ को पृथक करने में प्रयुक्त होती है। विलयन को एक पोर्सलीन या काँच के बेसिन में लेकर जल ऊष्मक (water bath) पर धीरे-धीरे गर्म किया जाता है। विलायक वाष्प बनकर उड़ जाता है जबकि ठोस पदार्थ अवशेष के रूप में यथावत रह जाता है।
उदाहरण: (i) नमक के जलीय विलयन से जल को वाष्पित करके नमक प्राप्त किया जा सकता है। समुद्र के जल में उपस्थित साधारण नमक (Common Salt) प्राप्त करने के लिए समुद्र के किनारे छिछले तालाब बनाए जाते हैं। समुद्र में ज्वार उठने पर समुद्र का जल इन तालाबों में भर जाता है। इस जल को सूर्य की रोशनी में खुला छोड़ दिया जाता है। कुछ दिनों के पश्चात् तालाब का जल वाष्प बनकर उड़ जाता है और नमक के सफेद रवे शेष रहजाते हैं। इस नमक को रवाकरण विधि द्वारा शुद्ध रूप में प्राप्त किया जाता है। शुद्ध नमक में सोडियम आयोडेट मिलाकर बाजारों में भेजा जाता है। इस नमक को आयोडीनयुक्त नमक भी कहा जाता है। (ii) कार्बन डाइ सल्फाइड में घुली गंधक को कार्बन- डाइ सल्फाइड का वाष्पन करके प्राप्त किया जाता है।
4. चट्टान और खनिज पदार्थ
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type questions)
(A) सही उत्तर के सामने सही का निशान लगाइए
(1) हमारे दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यकता पड़ती है- समय की
(ii) हम जिसकी माप करते हैं उसे कहते हैं - इकाई
(iii) राशियों के मापन को व्यक्त करने के लिए आवश्यकता पड़ती है- एक इकाई की
(iv) जो राशियाँ स्वतंत्र होती हैं अर्थात् दूसरी राशियों पर निर्भर नहीं करती उसे कहते हैं- मौलिक राशि
(v) पूरी दुनिया में मापन के मानक को तय करने के लिए वैज्ञानिकों ने इकाई की जिस प्रणाली की खोज की उसे कहते हैं - S.I. इकाई
(vi) द्रव्यमान की S. 1. इकाई है – ग्राम
2. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer type questions) :
(i) राशि या भौतिक राशि किसे कहते हैं?
उत्तर : जो मापने योग्य हो उसे राशि (quantity) या भौतिक राशि कहते हैं।
(ii) भौतिक राशियों के माप को कैसे व्यक्त करते हैं?
उत्तर : भौतिक राशियों के माप को एक संख्या और एक इकाई द्वारा व्यक्त करते हैं।
(ii) मौलिक भौतिक राशि किसे कहते हैं?
उत्तर: ये भौतिक राशियाँ जो पूर्ण रूप से स्वतंत्र होती है, उन्हें मौलिक भौतिक राशि कहते हैं।
(iv) व्युत्पन्न भौतिक राशि किसे कहते हैं?
उत्तर: वे भौतिक राशियाँ जो मौलिक भौतिक राशियों की सहायता से प्राप्त की जाती है, उन्हें व्युत्पन्न भौतिक राशि कहते हैं
(v) मौलिक राशि का उदाहरण दीजिए।
उत्तर : लम्बाई।
(vi) एक व्युत्पन्न राशि का उदाहरण दीजिए।
उत्तर : क्षेत्रफल।
(vii) व्युत्पन्न इकाई क्या है?
उत्तर: वे इकाइयाँ जो मौलिक इकाइयों से प्राप्त की जाती है, उन्हें व्युत्पन्न इकाई कहते हैं।
(viii) एक व्युत्पन्न इकाई का उदाहरण दीजिए।
उत्तर : क्षेत्रफल की S.I. इकाई वर्गमीटर (square metre) ।
(ix) लम्बाई मापक यंत्र का नाम बताइए।
उत्तर : साधारण स्केल या मीटर स्केल।
(x) प्राचीनकाल में ग्रीस में लम्बाई मापने के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता था ?
उत्तर : बालिस्त या बीता।
(xi) प्राचीनकाल में मिश्र में लम्बाई को किस इकाई में व्यक्त किया जाता था ?
उत्तर : हाथ
(xiv) प्रकाश के तीव्रता की S.I. इकाई क्या है?
उत्तर : कैण्डेला।
(xv) पदार्थ के परिमाण या अणु-परमाणु के माप की इकाई क्या है?
उत्तर : मोल।
(xvi) तापमान की S.I. इकाई क्या है ?
उत्तर : कैल्चिन ।
(xvii) मीटर के सौवें भाग को क्या कहते हैं।
उत्तर: सेंटीमीटर।
(xviii) एक किलोमीटर में कितने मीटर होते हैं?
उत्तर : 1000 मीटर ।
(xix) अंतर्राष्ट्रीय माचक प्रणाली में कुल कितने मात्रक है?
उत्तर : सात
(xx) S.I. प्रणाली में मीटर की मल्टीपल इकाई प्राप्त करने के लिए क्या किया जाता है?
उत्तर : 10 से गुणा किया जाता है।
(xxi) किसी वस्तु के मात्रा या द्रव्यमान को किस यंत्र से मापा जाता है ?
उत्तर : तराजू या साधारण तुला से।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short answer type questions)
(i) किन्हीं तीन मूल भौतिक राशियों के नाम लिखिए ?
उत्तर: द्रव्यमान, लम्बाई एवं समय तीन मूल भौतिक राशियाँ हैं।
(ii) दो व्युत्पन्न भौतिक राशियों के नाम लिखें।
उत्तर: आयतन एवं धनत्व दो व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ हैं।
(iii) मिली लीटर किसकी इकाई है? S.I. पद्धति में लम्बाई की इकाई क्या है?
उत्तर : (i) मिली लीटर : यह आयतन की इकाई है। (ii) S.1. पद्धति में लम्बाई की इकाई : मीटर
(iv) इकाई कहने से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर : इकाई (Unit) : किसी भौतिक राशि का वह निश्चित मानक जिससे तुलना करके उस राशि का मापन करते हैं, उस राशि की इकाई कहलाती है।
(v) भौतिक राशि क्या है ? उदाहरण सहित लिखें ।
उत्तर: भौतिक राशि : किसी वस्तु के जिस गुण का परिमाण मापा जा सके, उसे भौतिक राशि कहते हैं। जैसे किसी वस्तु का है एक गुण मात्रा है, जिसका मापन ग्राम या किलोग्राम में किया जा सकता है। अतः, मात्रा एक भौतिक राशि है। इसी प्रकार समय एवं लम्बाई भी भौतिक राशियाँ है।
(vi) मापन की S.I. इकाई से आप क्या समझते हैं? संक्षेप में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : मापन की एस. आई. पद्धति : सन् 1960 ई. के पहले अलग-अलग देशों में भौतिक राशियों के मापन में इकाई की विभिन्न पद्धतियाँ प्रयोग को जाती थीं भिन्न-भिन्न देशों के वैज्ञानिकों की अन्तर्राष्ट्रीय समितियों ने माप-तौल की प्रचलित विभिन्न प्रणालियों की विषमता को दूर करने के लिए सन् 1960 ई. में माप-तौल की अन्तर्राष्ट्रीय प्रणाली विकसित की। यह प्रणाली M.K.S प्रणाली के साथ कुछ स्टेण्डर्ड इकाइयों को मिलाकर विकसित की गयी। इसी को S. I. Unit कहा गया। इसके अन्तर्गत लम्बाई, माश, समय, तापमान, विद्युत धारा, प्रकाश की तीव्रता तथा पदार्थ के परिमाण को मापने के लिए क्रमश: मीटर (m). क. पा. (Kg), सेकेण्ड (s), केल्विन (K), एम्पियर (A), कैण्डेला (CJ) तथा मो (mol) को मूल इकाई के रूप में मान्यता दी गयी ।
(vii) लकड़ी, प्लास्टिक एवं मिश्रधातु से बनी स्केल में आप कौन सी स्केल का उपयोग करना पसंद करेंगें।
उत्तर: लकड़ी, पास्टिक एवं धातु से बनी स्केल से तीनों में हम लकड़ी एवं प्लास्टिक से बनी स्केल को प्रयोग मे लाना अधिक पसंद करेंगे क्योंकि तापमान परिवर्तन की वजह से इनमे संकुचन एवं प्रसार नहीं होता जिससे हम शुद्ध शुद्ध माप कर सकते हैं।
(viii) मीटर की परिभाषा लिखिए।
उत्तर : मीटर की परिभाषा: पेरिस के निकट सेवरस स्थान में वाट एवं माप के अन्तर्राष्ट्रीय प्रयोगशाला में C पर रखी गयी प्लेटिनम एवं [इरिडियम मिश्र धातु से बनी छड़ पर अंकित दो चिन्हों के बीच की दूरी को एक मीटर कहते हैं ।'' मीटर के सौवे भाग को से. मी. तथा से. मी. के दसवें भाग को मि. मी. कहते हैं।
(ix) भौतिक राशियों को मापने के लिए इकाई की उपयोगिता पर प्रकाश डालें ।
उत्तर : इकाई की उपयोगिता किसी भौतिक राशि को मापते समय मात्रा और इकाई की आवश्यकता होती है। बिना इकाई के किसी भौतिक राशि की माप को व्यक्त करना असम्भव और निरर्थक होता है। अतः किसी भौतिक राशि के मापन में इकाई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जैसे – 5 किलोग्राम चीनी एक भौतिक राशि है। यहाँ किलोग्राम इकाई है। बिना किलोग्राम लिखे 5 चीनी का कोई अर्थ नहीं निकलता है।
(x) टैंडर्ड मीटर बनाने के लिए प्लेटिनम-इरिडियम मिश्र धातु के प्रयोग का कारण क्या है ?
उत्तर : स्टैंडर्ड मीटर बनाने के लिए प्लेटिनम इरिडियम मिश्र धातु के प्रयोग का कारण तापक्रम के घटने-बढ़ने पर भिन्न-भिन्न धातुओं से बनी वस्तुओं में संकुचन या प्रकार असमान होता है। लेकिन प्लेटिनम एवं रेडियम मिश्र धातु से बनी वस्तु में तापक्रम के बढ़ने या घटने पर प्रसार या संकुचन एक समान रूप में होता है तथा इसमें घिसाव (Wear and tear) भी बहुत कम होता है जिससे वास्तविक लम्बाई में परिवर्तन न के बराबर होता है। इसी कारण से मानक मीटर (Standard metre) को बनाने के लिए प्लेटिनम एवं इरिडियम से बनी मिश्र धातु का इस्तेमाल किया जाता है। है
(xi) स्टैण्डर्ड मीटर की परिभाषा में तापमान बताने का महत्त्व क्या है?
उत्तर : स्टैण्डर्ड मीटर की परिभाषा में तापमान बताने का महत्व भित्र-भित्र तापमान पर मानक मीटर के छड़ की लम्बाई अलग-अलग होती है। सिर्फ °C पर ही दो चिन्हों के बीच की दूरी एक मीटर (metre) होती है। मानक मीटर से अधिक या कम तापमान वाली जगहों पर नाप लेने से दूरी क्रमशः अधिक या कम होगी क्योंकि धातुओं में तापक्रम के बढ़ने पर प्रसार एवं तापक्रम के घटने पर संकुचन होता है। अतः मापी गयी दूरी में सुधार की आवश्यकता पड़ेगी। इसी वजह से मानक मीटर को परिभाषित करते समय तापमान को भी व्यक्त किया जाता है। जिससे सही लम्बाई की माप सुविधापूर्वक की जा सके।
(xii) हम किसी व्यक्ति की उम्र को सेकेण्ड में व्यक्त नहीं कर सकते, क्यों?
उत्तर : किसी व्यक्ति की उम्र को सेकेण्ड में व्यक्त करने में कठिनाई सेकेण्ड समय की छोटी इकाई होती है। एक वर्ष में 86400 X 365 सेकेण्ड होते है। यदि किसी व्यक्ति की उम्र को सेकेण्ड में व्यक्त करेंगे तो बहुत बड़ी राशि प्राप्त होगी जो लिखने पढ़ने और याद करने में असुविधाजनक तथा अस्वभाविक होगी । अतः सेकेण्ड में किसी व्यक्ति के उम्र को व्यक्त नहीं करते ।
(xiii) प्राचीन वैज्ञानिकों ने किस सिद्धान्त पर समय मापक उपकरणों की खोज की थी ?
उत्तर: समय की माप का सिद्धान्त (Principle of Measuremernt of time) : जो विधि अपने आप नियमित रूप से निश्चित समय के अन्तर से दोहराई जाती है, वह समय मापने के लिए काम में प्रयुक्त की जा सकती है। इसी सिद्धान्त पर प्राचीनकाल में मनीषियों ने समय ज्ञात करने के लिए धूप घड़ी आदि का निर्माण किया था।
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type questions):
(A) सही उत्तर के सामने सही का निशान लगाइए
(1) जो वस्तु समय के साथ अपने स्थान में परिवर्तन नहीं करती उसे कहते हैं-
उत्तर : गतिशील वस्तु
(2) जिस कारण से कोई स्थिर वस्तु गतिशील होती है उसे कहते हैं-
उत्तर : ऊर्जा
(3) बल की S.I. इकाई है -
उत्तर : न्यूटन
(4) जिस बल के कारण चुम्बक अन्य पदार्थों को अपनी ओर खींचता है उसे कहते हैं-
उत्तर : चुम्बकीय बल
(5) जिस बल के कारण प्रत्येक वस्तु पृथ्वी पर आकर गिरती है उसे कहते हैं-
उत्तर – गुरुत्व बल
(6) कार्य करने की क्षमता को कहते हैं-
उत्तर : उर्जा
(7) कार्य करने से हमारे शरीर की ऊर्जा -
उत्तर : घटती है
(8) हमें ऊर्जा मिलती है -
उत्तर : भोजन करने से
(c) सही/ गलत कथन चुनिए (Choose the True False Statement) :
(1) बकरी प्रथम श्रेणी की उपभोक्ता है।
उत्तर : सही।
(2) जो प्राणी प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता को खाते हैं, उन्हें द्वितीय श्रेणी का उपभोक्ता कहते हैं।
उत्तर : सही।
(3) उत्पादक उपभोक्ता के आबद्ध श्रंखला को खाद्य श्रृंखला कहते हैं।
उत्तर : सही।
(4) हम अपने भोजन के लिए तृतीय श्रेणी के उपभोक्ता पर निर्भर करते हैं।
उत्तर: गलत।
(5) अपने भोजन निर्माण के समय वनस्पतियाँ सूर्य से ग्रहण की जाने वाली ऊर्जा का 50 प्रतिशत अंश अपने अन्दर संग्रह करती हैं।
उत्तर : गलत।
(6) भोजन के रूप में व्यवहत होते समय ऊर्जा का एक अंश विभिन्न प्रकार की शारीरिक क्रियाओं के काम में खर्च होता है।
उत्तर : सही।
(7) प्राणी ऊर्जा प्राप्त करने के लिए भोजन ग्रहण करते हैं।
उत्तर : सही
2. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer type questions) :
(i) जमीन पर लुढ़कती हुयी गेंद कुछ देर बाद क्यों रुक जाती है ?
उत्तर: घर्षण बल के प्रभाव के कारण।
(ii) गतिशील वस्तु पर घर्षण बल कहाँ काम करता है?
उत्तर : गतिशील वस्तु और जिस सतह पर वस्तु गतिशील होती है, उन दोनों की सम्पर्क सतहों के मध्य घर्षण बल कार्य करता है।.
(iii) घर्षण बल किस दिशा में कार्य करता है?
उत्तर: जिस दिशा में वस्तु गतिशील रहती है, उसके विपरीत दिशा में
(iv) घर्षण बल लगने का क्या कारण है ?
उत्तर : जिस सतह पर वस्तु गतिशील होती है उसके खुरदुरुरा (rough) होने के कारण घर्षण बल कार्य करता है।
(v) क्या घर्षण बल को कम किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, घर्षण बल को कम किया जा सकता है।
(vi) घर्षण बल को कैसे कम किया जा सकता है ?
उत्तर : संपर्क सतहों के मध्य किसी उपयुक्त नेहरू का उपयोग करके या सम्पर्क सतह को चिकना करके घर्षण बल को कम किया जा सकता है।
(vii) मिट्टी की फर्श एवं सीमेंट की फर्श में किस पर घर्षण बल अधिक होगा ?
उत्तर : मिट्टी की फर्श पर घर्षण बल अधिक कार्य करेगा।
(viii) अपनी दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ने पर आप क्या अनुभव करते ?
उत्तर : दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ने पर हथेलियाँ गर्म हो जाती हैं।
(ix) हवेलियों को आपस में रगड़ने पर गर्म क्यों हो जाती हैं?
उत्तर : हथेलियों को रगड़ने पर हम कार्य करते हैं। कार्य करने पर हमारी मांशपेशीय ऊर्जा उष्मा ऊर्जा में रूपान्तरित होने के कारण हथेलियों गर्म हो जाती हैं।
(x) जो वस्तु समय के साथ अपनी स्थिति में परिवर्तन नहीं करती उसे क्या कहते है ?
उत्तर : स्थिर वस्तु।
(xi) जो वस्तु समय के साथ अपनी स्थिति में परिवर्तन करती है उसे क्या कहते हैं?
उत्तर : गतिशील वस्तु ।
(xii) क्या किसी स्थिर वस्तु को परम विराम की स्थिति में कहा जा सकता है?
उत्तर : नहीं, विराम अवस्था में रहते हुए भी वस्तु को गतिशील कहा जा सकता है।
(xiii) एक उदाहरण दीजिए जिसमें स्थिर वस्तु को गतिशील कहा जा सकता है।
उत्तर : चलती रेलगाड़ी में बैठे हुए आदमी को बाहर की वस्तुएँ गतिशील नजर आती हैं।
(xiv) क्या किसी गतिशील वस्तु को स्थिर अवस्था में कहा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, चलती रेलगाड़ी में यात्री के आसपास की वस्तुएं गतिशील होते हुए भी स्थिर नजर आती है।
(xv) कोई वस्तु विराम या गतिशील है यह किस बात पर निर्भर करता है?
उत्तर: कोई वस्तु विराम या गतिशील है यह देखने वाले की अवस्था पर निर्भर करता है।
(xvi) बल की S.I. इकाई क्या है?
उत्तर : बल की S.I. इकाई न्यूटन
(xvii) न्यूटन के अतिरिक्त बल की अन्य इकाई क्या है?
उत्तर: डाइन
(xvill) बल के किसी एक प्रभाव का उल्लेख कीजिए।
उत्तर : बल लगाने पर कोई स्थिर वस्तु गतिशील अवस्था में आ जाती है।
(xix) धक्का बल का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर : बंद दरवाजे को खोलने पर हम धक्का (push) देकर बल प्रयोग करते हैं।
(xx) रबर या स्प्रिंग को खींचने पर कौन-सी ऊर्जा किस ऊर्जा में रूपान्तरित होती है?
उत्तर : मांसपेशीय ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा में।
(xxi) खींचे हुए रबर बैंड या दबी हुयी स्प्रिंग को छोड़ने पर कौन-सी ऊर्जा किस ऊर्जा में रूपान्तरित होती है?
उत्तर : स्थितिज ऊर्जा गतिज ऊर्जा
(xxxii) स्पर्शहीन बल क्या है?
उत्तर : जब बल का प्रयोग वस्तुओं को बिना स्पर्श किए हुए कार्य करता है तो वह स्पर्शहीन बल कहलाता है।
(xxiii) एक स्पर्शहीन बल का उदाहरण दीजिए।
उत्तर : किसी चुम्बक द्वारा चुम्बकीय वस्तु को आकर्षित करने पर चुम्बक द्वारा लगाया जाने वाला स्पर्शहीन बल का उदाहरण है।
(xxiv) परिश्रम करने से हमारे शरीर से क्या खर्च होता है ?
उत्तर – उर्जा।
(xxv) किस बल के कारण वस्तुएँ पृथ्वी की ओर गिरती हैं?
उत्तर: गुरुत्व (gravity) बल के कारण।
(xxvi) हमें ऊर्जा कहाँ से मिलती है ?
उत्तर : भोजन करने से।
(xxvii) किसी वस्तु की स्थिति के कारण उसमें निहित ऊर्जा को क्या कहते हैं?
उत्तर : स्थितिज ऊर्जा (Potential energy) ।
(xxvii) किसी वस्तु की गति के कारण उसमें निहित ऊर्जा को क्या कहते हैं?
उत्तर : गतिज ऊर्जा (Kinetic energy) ।
(xxix) किसी वस्तु में निहित स्थितिज ऊर्जा एवं गतिज ऊर्जा के कुल योग को क्या कहते
उत्तर : यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy)।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short answer type questions) :
(1) स्थिर एवं गतिशील वस्तु से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर : (a) स्थिर वस्तु जो वस्तु समय के साथ स्थान परिवर्तन नहीं करती उसे स्थिर वस्तु कहते हैं। जैसे पेड़-पौधे, मकान, मंदिर, बिजली का खंभा आदि।
(b) गतिशील वस्तु जो वस्तु समय के साथ अपनी स्थिति में परिवर्तन करती है, उसे गतिशील वस्तु कहते हैं। जैसे सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रही पृथ्वी, उड़ता हुआ हवाई जहाज, सड़क पर आते- जाते यातायात के साधन इत्यादि।
(2) क्या स्थिर वस्तु को गतिशील और गतिशील वस्तु को स्थिर कहा जा सकता है ? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: हाँ, स्थिर वस्तु को गतिशील और गतिशील वस्तु को स्थिर कहा जा सकता है।
(i) पृथ्वी पर स्थित किसी स्थिर वस्तु को चन्द्रमा से देखने पर वह वस्तु गतिशील नजर आती है। इसी प्रकार चलती हुयी रेलगाड़ी से बाहर देखने पर स्थिर वस्तुएँ विपरीत दिशा में गतिशील नजर आती हैं। उदाहरण: उड़ता हवाई जहाज में बैठा आदमी जहाज और उसमें बैठे सहयात्रियों के सापेक्ष स्थिर होता है क्योंकि जहाज में बैठे आदमी का जहाज के सापेक्ष कोई स्थान परिवर्तन नहीं होता। इसी प्रकार चलती रेलगाड़ी में बैठा आदमी रेलगाड़ी या उसमें बैठे सहयात्रियों के सापेक्ष स्थिर होता है।
(3) स्पर्शहीन बल से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर : स्पर्शहीन बल वह बल जो बिना स्पर्श किए अपना प्रभाव वस्तुओं पर उत्पन्न करें उसे स्पर्शहीन बल कहते हैं। उदाहरण: (i) किसी चुम्बक द्वारा किसी चुम्बकीय पदार्थ को अपनी ओर आकर्षित करना स्पर्शहीन बल का उदाहरण है।
(ii) पृथ्वी द्वारा गुरुत्व बल के कारण किसी वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करना।
(3) किसी वस्तु में भार (Weight) किसके कारण होता है? भार की S.I. इकाई क्या है?
उत्तर: पृथ्वी के गुरुत्व बल के कारण वस्तुओं में भार होता है। S. I. इकाई के अन्तर्गत भार की इकाई न्यूटन (newton) होती है।
(4) (a) ऊर्जा किसे कहते हैं? (b) यह हमें कहाँ से मिलती है ?.
उत्तर : (a) ऊर्जा (Energy) : वस्तु के कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं।
(b) ऊर्जा हमें भोजन से मिलती है।
(5) (a) यांत्रिक ऊर्जा क्या है ?(b) इसके विभिन्न रूप क्या है।
उत्तर : यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy): 'किसी वस्तु के यांत्रिक कार्य करने की क्षमता को यांत्रिक ऊर्जा कहते हैं।' यह ऊर्जा दो प्रकार की होती है। 1.गतिज ऊर्जा (Kinetic energy), 2. स्थितिज ऊर्जा (Potential energy)।
(6) स्थितिज ऊर्जा एवं गतिज ऊर्जा की परिभाषा लिखें ।
उत्तर : स्थितिज ऊर्जा (Potential energy) : किसी वस्तु की स्थिति या स्वाभाविक स्थान में परिवर्तन के कारण जो कार्य करने की क्षमता उत्पन्न होती है, उसे उस वस्तु की स्थितिज ऊर्जा कहते है ।
गतिज ऊर्जा (Kinetic energy): "किसी वस्तु की गति अवस्था के कारण उसमें जो कार्य करने की क्षमता उत्पन्न होती है, उसे उस वस्तु की गतिज ऊर्जा कहते हैं।"
(7) ऊर्जा के रूपान्तरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर : ऊर्जा का रुपान्तरण : ऊर्जा का एक रूप से दूसरे रूप में बदलना ही ऊर्जा का रूपान्तरण कहलाता है। उष्मा या ताप ऊर्जा (Heat energy) का अन्य ऊर्जा रूपों में रूपान्तरण :
(a) ऊष्मा से प्रकाश ऊर्जा : जब सफेद धातु की गेंद को बहुत अधिक गर्म किया जाता है, तो उसमे प्रकाश निकलने लगता है । इस दशा में ऊष्मा ऊर्जा का रूपान्तरण प्रकाश ऊर्जा में होता है।
(b) ऊष्मा से रासायनिक तथा ध्वनि ऊर्जा जब आक्सीजन और हाइड्रोजन के मिश्रण में लौ (flame) लगायी जाती है तो दोनों हो गैसें आपस में धड़ाके की आवाज के साथ संयोग कर जल बनाती है। यह ऊष्मा ऊर्जा का रूपान्तरण ध्वनि तथा रासायनिक ऊर्जा में होता है।
(c) ऊष्मा से यांत्रिक या गतिज ऊर्जा : वाष्प इंजन में कोयले को जलाने से ऊष्मा ऊर्जा उत्पन्न होती है जो पानी को वाष्प में बदल देती है और जब वाष्प फैलती है तो वह दबाव डालकर पिस्टन को चलाती है जिससे इंजन चलने लगता है। इस प्रकार ऊष्मा ऊर्जा गतिज ऊर्जा में बदलती है।
(8) ऊर्जा के विभिन्न रूपों का उल्लेख करें।
उत्तर : ऊर्जा के विभिन्न रूप: (a) यान्त्रिक ऊर्जा, (b) ताप ऊर्जा, (c) ध्वनि ऊर्जा, (d) प्रकाश ऊर्जा, (c) विद्युत ऊर्जा (1) चुम्बकीय ऊर्जा, (g) रासायनिक ऊर्जा, (h) परमाणुविक ऊर्जा ।
(9) निम्नलिखित में कौन-सी ऊर्जा किस ऊर्जा में परिवर्तित होती है? (a) धनुष से तीर छोड़ने में, (b) दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ने पर, (c) ड्रम को छड़ी से पीटने पर (d) विद्युत बल्ब जलाने पर (e) पानी में अनबुझा चूना डालने पर
उत्तर : (a) स्थितिज ऊर्जा गतिज ऊर्जा में (b) यांत्रिक ऊर्जा उष्मा ऊर्जा में (c) यांत्रिक ऊर्जा ध्वनि उर्जा में,
(d) विद्युत ऊर्जा उष्मा एवं प्रकाश ऊर्जा में, (e) रासायनिक ऊर्जा उष्मा ऊर्जा में।
(10) स्रोत के आधार पर विद्युत ऊर्जा कितने प्रकार की होती है?
उत्तर: स्रोत के आधार पर विद्युत ऊर्जा निम्नलिखित दो प्रकार की होती है।
(a) जल विद्युत ऊर्जा, (b) ताप विद्युत ऊर्जा
(11) जल विद्युत कैसे उत्पन्न होती है?
उत्तर : जल विद्युत का उत्पादन प्रवाहमान जल से टरबाइन जलाया जाता है। टरबाइन का सम्बंध जनरेटर से होता है। जनरेटर टरबाइन की गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर देता है।
(12) ताप विद्युत कैसे उत्पन्न की जाती है ?
उत्तर : ताप विद्युत का उत्पादन : कोयला जलाकर उष्मा ऊर्जा उत्पन्न की जाती है। उष्मा ऊर्जा से जल को भाप (Steam) में बदला जाता है। तेज गति से भाप को स्टीम टरबाइन में प्रवाहित कर स्टीम टरबाइन में गतिज ऊर्जा उत्पन्न की जाती है। स्टीम टरबाइन की गतिज ऊर्जा से जनरेटर चलाकर तापविद्युत उत्पन्न की जाती है।
(13) कोयला एवं अन्य पेट्रोलियम के उत्पाद हम कैसे पाते हैं ?
उत्तर : कई करोड़ों वर्ष पहले पेड़-पौधों के अवशेष जो मिट्टी के नीचे दब गए थे, धीरे-धीरे गर्मी और दबाव से कोयले के रूप में बदल गए। इसके अलावा वनस्पतियों और प्राणियों के देहावशेष पीली चट्टान के नीचे रहते-रहते करोड़ों वर्षों के पश्चात् पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के रूप में परिणत हो गए। पेट्रोलियम से ही हम डीजल, पेट्रोल और केरोसिन इत्यादि ईंधन पाते हैं।
(14) उत्पादक (Producer) एवं उपभोक्ता (consumer) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : (a) उत्पादक (Producer): जो अपना भोजन स्वयं तथा अन्य प्राणियों के लिए भोजन तैयार करते हैं, उन्हें उत्पादक कहते हैं। जैसे विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ एवं पेड़-पौधे।
(b) उपभोक्ता (Consumer): जो पेड़-पौधों तथा विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों तथा अन्य स्रोतों से अपना भोजन पहण करते हैं, उन्हें उपभोक्ता कहते हैं जैसे मनुष्य तथा विभिन्न प्रकार के प्राणी, कीड़े मकोड़े इत्यादि।
(15) प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी उपभोक्ता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : (a) प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता वे प्राणी जो पेड़-पौधों एवं वनस्पतियों को सीधे अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं उन्हें प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता कहते हैं। जैसे बकरी, हाथी, गाय, बैल, भैंस इत्यादि।
(b) द्वितीय श्रेणी के उपभोक्ता जो प्राणी प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता को अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं, उन्हें द्वितीय श्रेणी के उपभोक्ता कहते हैं। जैसे शेर, बाघ इत्यादि ।
(16) सर्वाहारी प्राणी से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : सर्वाहारी प्राणी: वे प्राणी जो प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी के उपभोक्ता तथा वनस्पतियों एवं उनसे प्राप्त होने वाले फल-फूल इत्यादि को ग्रहण करते हैं, उन्हें सर्वांहारी कहते हैं। जैसे मनुष्य, कौआ इत्यादि ।
(17) ऊर्जा के दो मुख्य स्रोतों के नाम उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर : ऊर्जा के दो मुख्य स्रोत निम्नलिखित हैं- (a) अनवीनीकरण ऊर्जा स्रोत जैसे कोयला, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस।
(b) नवीनीकरण ऊर्जा स्रोत जैसे सौर ऊर्जा, वायु ऊर्जा, ज्वार भाटा से प्राप्त होने वाली ऊर्जा, जैव वैसे प्राप्त ऊर्जा इत्यादि।
(18) अनवीनीकरण ऊर्जा स्रोत से आप क्या समझते हैं।
उत्तर : अनवीनीकरण ऊर्जा स्रोत ऐसे ऊर्जा स्रोत जो एक बार प्रयोग करने के बाद फिर से प्रयोग में नहीं लाए जा सकते हैं. उन्हें अनीकरण ऊर्जा कहते हैं। जैसे कोयला पेट्रोलियम से प्राप्त होनेट्रोल डीजल इत्यादि । एक बार प्रयोग करने के बाद इनका अस्तित्व कायम नहीं रहता, अत: इन्हें फिर से उपयोग के लिए प्राप्त नहीं किया जा सकता। इस तरह से अनवीनीकरण ऊर्जा स्रोत है।
(19) नवीनीकरण ऊर्जा स्रोत से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : नवीनीकरण ऊर्जा स्रोत ऐसे ऊर्जा स्रोत जो एक बार प्रयोग करने के बाद बार-बार प्रयोग किए जा सकते हैं, उन्हें नवीनीकरण ऊर्जा स्रोत कहते हैं जैसे सौर ऊर्जा एवं वायु ऊर्जा को एक बार प्रयोग करने के बाद इन्हें बार-बार प्रयोग किया जा सकता है। इनका भण्डार अक्षय है।
(20) खाद्य अथवा भोजन की रासायनिक ऊर्जा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : खाद्य की रासायनिक ऊर्जा : रासायनिक परिवर्तन के फलस्वरूप अणु की संरचना बदल जाती है। अणु की संरचना में परिवर्तन के समय कभी-कभी कुछ उष्मा उर्जा मुक्त होती है तो कभी कुछ बाहर से अवशोषित कर ली जाती है। खाद्य से ऊर्जा के उत्पादन के समय खाद्य के विभिन्न प्रकार के पदार्थों की अणु संरचना में अनेक परिवर्तन घटित होते हैं एवं थोड़ी सी ऊर्जा उत्पन्न होती है। इसी को हम खाद्य की रासायनिक ऊर्जा कहते हैं। हमलोग कई बार इसे खाद्य में स्थित रासायनिक ऊर्जा या खाकी रासायनिक ऊर्जा भी कहते हैं। हमलोग अपने दैनिक जीवन के कार्यों के लिए आवश्यक ऊर्जा भोजन से पाते हैं।
(21) घर्षण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : घर्षण (Friction) : जब कोई वस्तु किसी अन्य वस्तु पर गतिशील होती है, तो दोनों वस्तुओं के संपर्क सतहों के मध्य गतिशील वस्तु के गति की विपरीत दिशा में एक बल कार्य करता है जो गतिशील वस्तु की गति को रोकने की कोशिश करता है। इस बल को घर्षण बल कहते हैं। पण बल के कारण ही गतिशील वस्तु कुछ दूर जाने के कारण रुक जाती है।
(22) घर्षण के लाभ एवं हानि का उल्लेख करें।
उत्तर : (a) घर्षण से लाभ घर्षण के कारण ही हम सड़क या किसी अन्य सतह पर चल पाते हैं। (b) घर्षण से हानि : घर्षण के कारण यातायात के साधनों में प्रयुक्त टायर घिस जाते हैं, मशीनों के कलपुर्जे आपस में रगड़ने से घिस जाते हैं जिससे टूट फूट की संभावना बनी रहती है। इस तरह घर्षण से तुओं का क्षय होता है।
(23) घर्षण को कैसे कम किया जा सकता है?
उत्तर : घर्षण को निम्नलिखित तरीके से कम किया जा सकता है (i) जिस सतह पर कोई वस्तु गतिशील हो उसे चिकना बनाकर। (ii) गतिशील संपर्क सतहों के मध्य स्नेहक (lubricants) का उपयोग करके।
7. तरल एवं गैसीय पदार्थों की स्थिति और गति
8. मनुष्य का शरीर
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न —-
(A) सही आर के सामने सही (√ ) का निशान लगाइए
(1) साधारण यंत्र हमारे काम को —
उत्तर — सरल करते हैं।
(2) मुई में निम्नलिखित में से किस जटिल यंत्र का विकास हुआ?
उत्तर — सिलाई मशीन
(3) छेनी से किस जटिल यंत्र का विकास हुआ?
उत्तर — ड्रिल मशीन
(4) चाकू, ब्लेड, कैची, आरा से किस जटिल यंत्र का विकास हुआ?
उत्तर — इलेक्ट्रिक कटिंग मशीन
(5) कलम से निम्नलिखित में से किस जटिल यंत्र का विकास हुआ?
उत्तर — मुद्रण यंत्र
(6) शावल से निम्नलिखित में से किस जटिल यंत्र का विकास हुआ?
उत्तर — वाईबेटिंग यंत्र
(B) खाली स्थान भरिए :
(i) लीवर में हम बल का प्रयोग एक स्थान पर करते हैं और...... दूसरे स्थान पर होता है ?
उत्तर : कार्य
(ii) सीवर में तीन भाग …….. , बल भुजा और भार भुजा होते हैं।
उत्तर : आलम्ब
(iii) प्रथम श्रेणी के लीवर में ………. मध्य में और बल तथा भार किनारे-किनारे होते हैं।
उत्तर : आलम्ब
(iv) द्वितीय श्रेणी के लीवर में भार......... में और बल एवं आलम्ब किनारे-किनारे होते हैं।
उत्तर : मध्य
(v) तृतीय श्रेणी के लीवर में …….. मध्य में और आलम्ब तथा भार किनारे-किनारे होते हैं।
उत्तर : बल
(vi) मनुष्य का जबड़ा …….. श्रेणी के लीवर का उदाहरण है।
उत्तर: तृतीय
(vii) सीढ़ी …… का उदाहरण है।
उत्तर : आनततल
(viii) स्क्रू में …….. के सिद्धान्न का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर : आनततल
(iv) चक्र अथवा घिरनी में बल का प्रयोग ......... की ओर होता है और भार ऊपर उठता है।
उत्तर : नीचे
(x) सायकल में …….. के सिद्धान्त का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर : पहिया एवं धुरी
2. लघु उत्तरीय प्राप्त —
(1) लीवर क्या है?
उत्तर : लीवर एक साधारण मंत्र है जिसमें एक डंडी आलम्ब के परितः घूमती है।
(2) प्रथम श्रेणी के लीयर का दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर: कैंची, तराजू
(3) द्वितीय श्रेणी के लीवर का दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर : सरीता, नाव की पतवार
(4) तृतीय श्रेणी के लीवर का दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर: मनुष्य की भुजा, मछली पकड़ने की वंशी (कटिया)।
(5) आनत तल क्या है?
उत्तर : आनततल : किसी म्यूनकोण पर झुका हुआ तल जिस पर चढ़ाई आसान होती है, आनवतल कहलाता है।
(6) अपने दैनिक जीवन से आनततल का कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर : सौढ़ी, पहाड़ी की छाल, ट्रक पर सामान लादने के लिए पीछे डाले पर रखा गया पटरा इत्यादि।
(7) स्क्रू या पेंच किस सिद्धान पर कार्य करता है?
उत्तर : स्क्रू या पेंच आनततल के सिद्धान्त पर कार्य करता है।
(8) चक्र अथवा घिरनी क्या है?
उत्तर : चक्र अथवा घिरनी में एक-एक एक्सल होता है। इस एक्सल के ऊपर एक चक्र (घिरनी) घूमती है। इस थिरनी पर एक रस्सी चक्र की सहायता से ऊपर नीचे या आगे-पीछे घूमती है। कुंए से पानी खींचते समय चक्र अथवा घिरनी का प्रयोग किया जाता है।
(9) चक्र एवं धुरी का उपयोग क्या है ?
उत्तर: चक्र एवं री का उपयोग पहिया (चक्र) एवं पुरी का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों किया जाता है।
(i) कुँए मे जल खींचने में
(ii) रेडियो के नाव (Knob) में ।
(iii) मोटर गाड़ी की स्टीयरिंग (Staring) में इत्यादि ।
(10) क्या आनत तल एक मशीन है ?
Ans. आनत तल (inclined plane) एक मशीन की तरह कार्य करता है।
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type questions) : —
(A) सही उत्तर के चुने:-
(1) पूरे विश्व में जीवों की कुल प्रजातियाँ हैं -
उत्तर – तीन करोड़
(2) समान विशेषता वाले जीवों के समूह को कहते हैं -
उत्तर – प्रजाति
(3) मनुष्यों की प्रजाति का वैज्ञानिक नाम है-
उत्तर – होमोसेपियन्स
(4) शेर, बाघ, चिता, बिल्ली इत्यादि प्रजाति के जीव हैं।
उत्तर — पान्थर टाइग्रोस
(B) रिक्त स्थानों की पूर्ति कोष्ठक में दिए गये सही शब्द की सहायता से करें।
1. धान एक …… (पुष्पीय / अपुष्पीय) उद्भिज है।
उत्तर — पुष्पीय
2. धान का छिलका उतारने पर ……… (एक / दो) बीज होते हैं।
उत्तर: एक
3. मटर के छिलके को उतारने पर ….. (एक/दो) बीज होते हैं।
उत्तर: दो
4. बीज फल के अंदर रहने पर उसे ……. (नग्नबीजी / आवृत्तबीजी) उद्भिद कहते हैं।
उत्तर : आवृतबीजी
5. बीज यदि फल के अंदर नहीं रहता तब उसे ….. (नग्नबीजी / आवृत्तबीजी) उद्भिद कहते हैं।
उत्तर : नग्नबीजी
2. अति लघु उत्तरीय प्रश्न :-
1.बैक्टीरिया क्या है?
उत्तर – ऐसे जीव जो न तो प्राणी की श्रेणी में आते है, न उद्भिज और न ही जीव उन्हें बैक्टीरिया कहते हैं।
2. बैक्टीरिया का एक उपयोग लिखिए।
उत्तर : बैक्टीरिया दूध से दही बनने में सहायक होते हैं।
3. बैक्टीरिया के राज्य का क्या नाम है ?
उत्तर: बैक्टीरिया के राज्य का नाम मोनश है।
4. मलेरिया बुखार का लक्षण क्या है ?
उत्तर — मलेरिया बुखार आने पर शरीर में कंप-कमी होती है अर्थात् शरीर काँपने लगता है।
5. गुग्लीचा एवं पैरामेसियम किस राज्य से जुड़े हुए हैं?
उत्तर : गुग्लीना एवं पैरामेसियम दोनों मोनेरा और पोलटिस्टा राज्य से जुड़े हुए हैं।
6. कुरमुता का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर : कुकुरमुत्ता का दूसरा नाम मशरूम है।
8. पावरोटी पर कुछ दिनों के बाद जमने वाले पदार्थ को क्या कहते हैं?
उत्तर : फंगस
9. हमारे शरीर के चमड़े पर दाद, खुजली या सर में कभी इत्यादि क्या हैं?
उत्तर : फंगस ।
10. वाइरस क्या होते हैं?
उत्तर : वाइरस जीव और जड़ की मध्यम अवस्था है अर्थात् ये पूरी तरह से जीव नहीं हैं।
11. आर्थोपोडा वर्ग के दो प्राणियों के नाम लिखिए।
उत्तर: मछली, केकड़ा।
12. मोलास्का वर्ग के दो प्राणियों के नाम बताइए।
उत्तर : घोंघा, सीप
13. सरीसृप वर्ग के दो प्राणियों के नाम लिखिए।
उत्तर : छिपकली, सर्प
14. दो झाड़ीदार पौधों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर: गुलाब, मेहदी।
15. जल रेशम कहाँ पाया जाता है ?
उत्तर : तालाबों में।
16. फर्न जातीय पौधों को क्या कहते हैं?
उत्तर: टेरिडोफाइटा ।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न : —
(1) प्रजाति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : प्रजाति जीव, प्राणियों एवं वनस्पतियों का ऐसा समूह जिनमें अपनी-अपनी कुछ खास विशेषताएँ सब में पायी जाती हैं, उन्हें प्रजाति कहते हैं। जैसे शेर, बाघ एवं बिल्ली शिकारी जीव हैं। अतः ये एक हो प्रजाति पान्थर टाइग्रीस के अन्तर्गत आने वाले जीव हैं। इसी प्रकार पूरे विश्व के सभी मानव प्राणी स्तनपाई होते हैं अतः ये होमोसेपियन प्रजाति में आते हैं।
(2) जैव जगत के राज्य या किंगडम से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : वैज्ञानिकगण पहले प्रजातियों को लेकर जो जीव जगत् हैं उसको छः भागों में बांट लेते हैं। एक-एक भाग को एक-एक जीव का राज्य या किंगडम (Kingdom) कहते है। जीव जगत् में इस छः प्रकार के राज्य का एक नाम होता है।
जैसे : – प्राणियों के राज्य का नाम एनिमोलिया (Animalia) । वृक्ष, लता, कोई, मैरू आदि उद्भिजों का राज्य प्लेन्टि (Plantae) है। मेढक का छाता और अन्यान्य सभी क्षत्रकों के एक साथ फंगी (Fungi) है। एककोषी जीव जिसकी देह में एक ही कोष होता है, उन सभी को तीन भागों में बाँटा गया है बैक्टीरिया का राज्य, जिसका नाम है बैक्टीरिया है। इसके अलावा एमिबा, जिजार्डिया, • इस को प्रोटोजोआ (Protozoa) कहते हैं। इडगिलना प्लासमोडियम इस तरह के एककोषी जीवों को - इसके अलावा और एक राज्य है एककोषी जीवों का उसका नाम क्रोमिस्टा (Chromista) हैं।
(3) मेरुदण्डी एवं अमेरुदण्डी प्राणियों से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए ।
उत्तर: मेरुदण्डी प्राणी – ऐसे प्राणी जिनमें रीढ़ की हड्डी अथवा मेरुदण्ड पाया जाता है, उन्हें मेरुदण्डी प्राणी कहते हैं। जैसे मनुष्य, मछली, गाय, बैल, भैंस, हिरण, शेर, बाघ जैसे जानवर इत्यादि।
अमेरुदण्डी प्राणी – ऐसे प्राणी जिनमें रीढ़ की हड्डी या मेरुदण्ड नहीं पाया जाता है, उन्हें अमेरुदण्डी प्राणी कहते हैं। जैसे कीड़े-मकोड़े, केंचुआ, झींगा केकड़ा इत्यादि ।
(4) मोलास्का क्या हैं? उदाहरण देकर समझाइए ।
उत्तर: मोलास्का घोंघा, सीप समुद्र में रहने वाला ऑक्टोपस जीव है। इनके पास चलने-फिरने के लिए मांसल पैर होते हैं और उनके नर्म बदन के बाहर और भीतर एक चूनाजातीय पदार्थ से तैयार खोल होता है। इसको मोलास्का (Mollusca) कहते हैं।
(5) शाक जातीय पौधों के बारे में लिखिए।
उत्तर : शाक जातीय पौधे : ये आकार में छोटे, डाली और पत्तों से रहित होते हैं। कभी-कभी झुके हुए या रेंगते हुई अवस्था में पाए जाते हैं। ये छोटे पौधे हैं। अंग्रेजी में इसे हर्बस (Herbs) कहते हैं। जबकि हिन्दी में इसे शाक कहते है।
(6) झाड़ीदार पौधे क्या होते हैं?
उत्तर : झाड़ीदार पौधे : ये पौधे बहुत दिखाई नहीं देते लेकिन इनमें डाली और पत्ते होते हैं। ये झाड़दार वृक्ष जैसे दिखते हैं तथा मध्य श्रेणी के होते हैं। अंग्रेजी में इसे श्रव (Shrubs) और हिन्दी में झाड़ी कहते हैं।
(7) वृक्ष किसे कहते हैं?
उत्तर: वृक्ष: जिनके तना से काठ जैसी शाखाएं निकलती है तथा जो पौधे काफी बड़े होते है, उनको वृक्ष कहते हैं। अंग्रेजी में इसे ट्री (Tree) कहते हैं।
(8) शैवाल जातीय पौधों की विशेषता लिखिए।
उत्तर: शैवाल जातीय पौधों की विशेषता शैवाल का अधिकांश अंश स्थूल और कोमल होता है। उसका शरीर लसलसा रहता है। जड़, तना और पत्ते नहीं होते। इन सबको थालोफाइट या गोष्ठी में रखा जाता है।
(9) काई या माँस क्या है?
उत्तर : काई या मॉस बरसात के दिनों में अथवा शरद ऋतु के दिनों के समय रास्ते की ईंटों के फाँक में अथवा मिट्टी पर नमी युक्त जगह पर पैसे या गोल चकती की तरह गोल एक प्रकार की लता या बेल पौधे लिपटे रहते हैं, जिन्हें काई या माँस कहते हैं।
(10) बीजपत्र किसे कहते हैं। एकबीजपत्री एवं द्विबीजपत्री पौधों के बारे में संक्षेप में लिखिए।
उत्तर: बीजपत्र चने के बीज में दो गोल गोल चिपटे दाने की तरह रचना होती है जिसे हम खाते हैं। धान में भी ऐसी रचना पायी जाती है लेकिन इसमें एक ही लम्बा अंश होता है। इसे ही बीज पत्र कहते हैं। अंग्रेजी में इसे कॉटिलडॉन (Cotyledon) कहते हैं। जिन बीजों के पौधों में केवल एक ही बीज पत्र पाया जाता हैं इसे एकबीजपत्री (Monocotyledon) कहते हैं। और जिन पौधों में दो बीजपत्र पाये जाते है उसे द्विबीजपत्री (Dicotyledon) कहते हैं। चना, मटर, अरहर, मसूर इत्यादि दाल वाले पौधे द्विबीजपत्री एवं गेहूं, जौ, मक्का इत्यादि वाले पौधे एक बीजपत्री पौधे हैं।
4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long answer type questions) :
(1) निम्नलिखित प्राणियों को सारणीबद्ध करके प्रत्येक श्रेणी के प्राणियों की प्रमुख विशेषता लिखिए तथा वे किस जाति में आते हैं उल्लेख करें।
उत्तर:
आर्थोपोडा : सूंड पाँव बटी होती है और शरीर एक सख्त आवरण से ढंका रहता है। जैसे - कीड़ा, मकोड़ा, केकड़ा, धोधा ।
मोलस्का : समुद्र में रहने वाले आक्टोपस जीव है, चलने फिरने के लिए मांसल पैर होते हैं। जैसे - घोघा, सीप।
एनीलिडा : इनका शरीर मांसल होता है। जैसे - केंचुआ, जोक ।
एस्केहेलिमिनथीज : मनुष्य या अन्य जीवों के पेट में होते हैं। जैसे - गोलकृमि।
प्लैहीहेल्मिन्धीज : मनुष्य या अन्य जीव के पेट में होते हैं अर्थात् परजीवी, स्वाधीन होते हैं। जैसे - फीताकृमि।
इकाईनोडर्माटा : पूरे शरीर पर काँटे होते हैं, मुख शरीर के नीचे रहता है। जैसे - तारा मछली (स्टारफिश) सि-आरचीन।
(2) कुछ प्राणियों की विशेषताएँ और उनसे संबंधित कशेरुकी प्राणी का नाम तालिका ब रूप में प्रस्तुत करें।
उत्तर :
प्राणियों की विशेषताएँ –
1. जल में रहते है, शरीर पर शुल्क पाया जाता है, पंख हिला-हिलाकर चलती-फिरती है और गलफर से साँस लेती है।
मछली।
2. छोटे जीव के रूप में पानी में रहते हैं, पूंछ हिलाकर तैरते हैं, बड़े हो जाने पर मिट्टी के ऊपर कूद-कूद कर चलते हैं।
मेढक।
3. स्थल पर अण्डा देता है, स्थल पर बड़े होते है, चलते समय | उनकी छाती मिट्टी पर पिटती है।
छीपकली।
4. शरीर पंख से ढंका रहता है, डैने फैलाकर उड़ सकते हैं, देते हैं अंडा फोड़कर बच्चों को बड़ा करते हैं।
पक्षी।
5. अंटा नहीं देते, बच्चा पैदा करते हैं।
जानवर।
6. दूध का साथ कर अपने बच्चों का पोषण करते हैं।
मनुष्य।
(3) तने की प्रकृति एवं पौधे की ऊँचाई के आधार पर नीचे दिए गए विभाग के अनुसार वर्गीकरण कर सकते हैं। नीचे पौधों के नाम दिए गए हैं। इनके बीच में कहाँ समानता और कहाँ असमानता है, लिखने की कोशिश कीजिए।
उत्तर :
पौधों के नाम
आलू और कुम्हड़ा
समानता — दोनों शक जाति के है।
असमानता – आलू का पौधा छोटा होता है। कुम्हड़ा का पौधा लम्बा और तना जमीन पर फैलता है।
आम का पेड़ और जवा का पेड़
समानता — दोनों में डाली और पते होते हैं
असमानता – आम का तना बढ़ा और मोटा जवा का तना छोटा और पतला होता है।
कटहल का पेड़ और केले का पेड़
समानता – दोनों वृक्ष हैं।
असमानता – कटहल का तना कठोर और केले का तना मुलायम होता है।
धान के पौधे और खजूर का पेड़
समानता – धान का पौधा छोटा और खजूर का पेड़ बड़ा होता है।
असमानता – धान के पौधे का तना नरम होता है और खजूर के पौधे का तना सख्त होता है।
करेला और बैगन
समानता – करेला तना के सहारे से ऊपर चढ़ता है। बैगन का पेड़ अपने आप खड़ा होता है।
असमानता – करैला का तना मुलायम और बैगन का तना कठोर देता है।
(4) नीचे बनी सारणी से लिखे बीजों का संग्रह करो और बतलाओ उनमें कौन-कौन एक बीजपत्री और कौन द्विबीजपत्री हैं।
एक बीजपत्री : भुट्टा, गेहूं, चावल, सुपारी,खजूर, हल्दी, जलकुम्भी, जवा, अरबी ।
द्विबीजपत्री : चना, मूंगदाल, मसूरदाल, इलायची, चीना बादाम, कुम्हड़ा, कटहल, तुलसी, नीबू, पीपल।
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type questions)
(A) सही उत्तर के सामने सही का निशान लगाइए
(1) जीव जन्तु, कीड़े-मकोड़े आदि के आचरण और व्यवहार को कहते हैं -
उत्तर : आचरण विज्ञान।
(2) चार्ल्स डार्विन एवं जे. आ. फाबा से संबंधित है -
उत्तर : आचरण विज्ञान।
(3) वन चिपांजियों के आचरण से संबंधित अध्ययन करने वाली महिला का नाम है -
उत्तर : जेन गुडाल।
(4) चिपाजी जंगली होते हुए व्यवहार करते हैं-
उत्तर : मनुष्यों जैसा।
(5) पक्षियों के आधार-व्यवहार का अध्ययन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक का नाम –
उत्तर : सलीम अली
(6)किस वैज्ञानिक ने पक्षियों की बोली एवं उनकी समाज व्यवस्था के बारे में अध्ययन किया.
उत्तर : राघवेन्द्र गायकवार
(7i) चमगादड़ एवं अन्य प्राणी समय के अनुसार कैसे काम करते हैं, इसका अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक का नाम है।
उत्तर – के. चन्द्रशेखर।
(8) बाघ अपने मूत्र की गंध से अपने क्षेत्र को पहचान लेता है, इसका अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक का नाम है-
उत्तर : रत्नलाल ब्रह्मचारी।
(9) कीड़े मकोड़ों से संबंधित अध्ययन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक का नाम है-
उत्तर – गोपाल चन्द्र भट्टाचार्य ।
(10) पृथ्वी पर चींटियों के जाति की संख्या दूसरे अन्य सभी प्राणियों के जाति की संख्या से -
उत्तर : अधिक है।
(B) खाली स्थान भरिए (Fill in the blanks) :
(1) चीटियों के परिवार में ………. की संख्या एवं महत्व बहुत कम होता है।
उत्तर : पुरुषों
(2) ....... चीटियों का दल मालिक होता है और........ चीटियों का दल सेवक।
उत्तर : : लाल, काली।
(3) …….. के दिनों चीटियाँ बहुत कम दिखाई देती हैं।
उत्तर : ठंड।
(4) दीमक रानी बहुत …… होती है।
उत्तर: मोटी।
(5) मधुमक्खी........नहीं होती है।
उत्तर: मक्खी
(6) फूलों में पाए जाने वाले मीठे रस को ......... कहते हैं।
उत्तर : नैक्टर
(7) मधुमक्खियों के निवास स्थान को .......... कहते हैं।
उत्तर: छता।
(8) एक हाथी दिनभर में ……. घास, पेड़ पत्ते खा सकता है। उत्तर डेढ़ सौ किलो से भी अधिक
2. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer type questions) :
(1) कौन चींटी अधिक बुद्धिमान होती है ?
उत्तर: काली चींटी
(2) कौन चींटी युद्ध पटु होती है?
उत्तर: लाल चींटी।
(3) दीमक क्या खाता है?
उत्तर : पेड़ का लकड़ी जैसा अंश जिसमे सेलुलोज नामक चीनी जैसी वस्तु होती है।
(4) शहद किससे बनता है?
उत्तर: श्रमिक मधुमक्खी के शरीर से पसीने की तरह निकलने वाले मोम से शब्द बनता है।
(5) हाथी कैसा प्राणी है?
उत्तर: हाथी शान्ति प्रकृति का जीव है।
(6) पांजी कहाँ पाए जाते हैं?
उत्तर : अफ्रीका के घने जंगलों में।
(7) चिम्पांजी का मुख्य भोजन क्या है?
उत्तर अधिकतर साग एवं फल-फूल था कभी-कभी दीमक एवं छोटे हिरण।
(8) पक्षियों में सबसे अधिक बुद्धिमान कौन होता है ?
उत्तर: कौआ ।
(9) रक्त पान करने वाला मच्छर कहाँ अण्डा देता है?
उत्तर: स्थिर जल में।
(10) मलेरिया के जीवाणु किसमें पाए जाते हैं?
उत्तर: मादा एनफिलीज में।
(11) मछलियाँ पानी में आगे कैसे बढ़ती हैं?
उत्तर : मछलियों के कान के पास नाव की दो पतबार की तरह दो पंख होते हैं जिसकी सहायता से मछलिये पानी काटते हुए आगे बढ़ती है।
(12) कुछ ऐसे साँपों के नाम बताइए जो सीधे बच्चों को जन्म देते हैं।
उत्तर : चन्द्रवोड़ा, धनेस।
(13) क्या सभी साँप मनुष्य के लिए विषैले होते हैं।
उत्तर : नहीं, कुछ हो सौंप मनुष्य के लिए विषैले होते हैं।
(14) कुछ विषैले साँपों की प्रजातियों के नाम लिखिए।
उत्तर : कालाचा, डोमनाथिति, चन्द्रवोड़ा, केउट, गोखरा, शंखचूड़ा, शांखामुटि इत्यादि ।
(15i) बाघ अपना इलाका कैसे तय करता है?
उत्तर : मूत्रनली से मिट्टी और पेड़ पर छिड़काव करके तथा तने को नाखून से चीरकर।
(16) बाघ का मुख्य भोजन क्या है?
उत्तर : हिरण और सूअर का मांस ।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short answer type questions)
(1) आचरण विज्ञान से क्या समझते हैं? इससे संबंधित आधुनिक काल के दो वैज्ञानिकों के नाम लिखिए।
उत्तर : आचरण विज्ञान (Behavioural Science) : विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत जीव-जन्तुओं एवं कीड़े-मकोड़े इत्यादि के क्रियाकलाप एवं आचरण-व्यवहार के बारे में अध्ययन किया जाता है, उसे आचरण विज्ञान कहते हैं। आधुनिक काल में जीव-जन्तु और कीड़े-मकोड़ों के आचरण व्यवहार की जिसने छानबीन की उनमें दो नाम प्रमुख हैं- चार्ल्स डार्विन, जे, और, फावा डार्विन इंग्लैण्ड के रहने वाले थे और फाबा फ्रांस के निवासी थे। बचपन से ही डार्विन कीड़े-मकोड़े और पक्षियों के आचार- व्यवहार का अवलोकन करते रहे।
(2) दिनगरजेन नामक वैज्ञानिक अपनी किस खोज के लिए विख्यात है ? संक्षेप में उल्लेख करें।
उत्तर : दिनगरजेन के अनेक चर्चित गवेषनामूलक आविष्कार में पक्षियों की मूर्खता सर्वाधिक विख्यात है। हेरिंगल नामक पक्षी जमीन पर अंडा देती है और गर्माहट देती है। परीक्षा के लिए उनके घोंसले के पास असली अंडे को बदल कर एक बड़ा अंडा रख दिया गया। मादा और नर दोनों ने असली अंडे को छोड़कर उस नकली अंडे को गर्माहट देने की कोशिश में लग गए। लॉरेन ने देखा कि हंस के अंडे के फूट करके बाहर निकलने के बाद उनके बच्चे जिसको भी सामने पाए, उसी को अपनी माँ समझकर सारा बचपन उसी के पीछे घूमते-फिरते हैं।
(3) मधुमक्खियों से संबंधित अनुसंधान के लिए वैज्ञानिक फन फ्रिश के योगदान का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
उत्तर : वैज्ञानिक फन फ्रिश ने मधुमक्खियों की भाषा का अनुसंधान किया था। किसी स्थान पर स्वादिष्ट रस से परिपूर्ण फूल को देखकर श्रमिक मधुमक्खी अपने छत्ते पर वापस आकर दूसरी मधुमक्खियों की इसकी सूचना देती है ताकि उस मीठे रस को सभी मिलकर शहद तैयार करने के लिए ला सकें। जो मधुमक्खी लाती है वह विशेष ढंग से विशेष भंगिमाओं से छत्ते पर घूमते हुए अपने साथियों को समझाती है कि वह फूल कितनी दूरी पर है। दिनवारजेन, लॉरेज और फन फिश को उनके महत्वपूर्ण काम के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
(4) किम वैज्ञानिक ने सर्वप्रथम चिपांजियों के आचरण-व्यवहार के बारे में अध्ययन किया। संक्षेप में लिखिए।
उत्तर: जेन गुडाल पहली महिला है जिन्हेंने वन में रहने वाले विपाजियों का आचरण कैसा है, इसको जानने के लिए अफ्रीका के घने जंगलों में उनके बीच अकेले रहकर समय व्यतीत किए। उन्होंने सबसे पहले हमें बतलाया कि चिपांजी कैसे पतले लकड़ी के टुकड़े से जुए को निकालकर खाते हैं, ठीक उसी प्रकार जैसे मनुष्य पतले बाँस के टुकड़े से मछली को पकड़ता है। चिपांजी जंगली कर भी मनुष्य जैसा बर्ताव करता है।
(5) हाथी के आहार के बारे में संक्षेप में उल्लेख करें।
उत्तर: हाथी का आहार विशाल शरीर के कारण हाथी के खाना का परिमाण भी अधिक होता है। एक-एक हाथी एक दिन के अंदर डेढ़ सौ किलो से भी अधिक पास-पेड़-पत्ते खा सकता है। हाथी जंगलमें रहना पसन्द करता है लेकिन जंगल में पूरा खाना न मिलने पर गाँवों की फसलों के खेत में घुस जाता है। उस बक्त उनको रोकने पर वे घर को नष्ट कर देते हैं। मनुष्य पर हमला करता है। हाथी इतना विशाल है एवं शक्तिशाली है कि उसके हमले से प्राणरक्षा करना मुश्किल है।
(6) चिपाजी कहाँ पाए जाते हैं? उनका मुख्य भोजन क्या है?
उत्तर: अफ्रीका के घने जंगलों को छोड़कर अन्यत्र कहीं भी का प्राकृतिक परिवेश नहीं होता। वहाँ भी इनकी संख्या घटी है। चोरी से शिकार करने वालों के उपद्रव और चिम्पांजी के रहने वाले जंगल की कमी के कारण भी इनकी संख्या बहुत कम हो गयी है। चिम्पांजी साग फल-फूल ही अधिक खाते हैं। लेकिन बीच-बीच में दीमक के कौड़े या छोटे हिरण को भी वह खाता है।
(7) मच्छरों के आचरण-व्यवहार तथा विस्तार का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर : मच्छरों का आचरण-व्यवहार तथा विस्तार मनुष्य को काटना मच्छर की प्रकृति है। रक्त चूसने के लिए ही मच्छर मनुष्य को काटता है। यह जिस जगह पर डंक मारता है वह जगह फूल जाती है तथा जलन होती है। मच्छर के शरीर में मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया मर्मान्तक सभी रोगों के जीवाणु होते हैं डंक मारते समय वे जीवाणु मनुष्य के शरीर में घुस जाते हैं। नर मच्छर खून नहीं चूसता मादा मच्छर रक्त चूसती है। अन्यथा वे अंडे नहीं दे सकती। नर और मादा मच्छर पेड़ के रस को पीती हैं। रक्त-पान करने वाली मादा मच्छर स्थिर जल में अंडा देती है। अंडे से (शुक्रकीट निकलता है। करके जल को पीकर ही बड़ा होता है। इसके बाद प्यूपा (मूककोट) होता है। प्यूपा कुछ नहीं खाती। वे कुछ दिनों के बाद खोल को छोड़कर मच्छर बनकर जल से उड़ जाती है।
(8) सीप किस तरह मनुष्य के लिए किस प्रकार हानिकारक है? संक्षेप में उल्लेख करें।
उत्तर : अधिकतर सौंप मनुष्य के लिए विषैला नहीं होता। इन्सानों के लिए भयंकर विषाक्त साँप की प्रजातियाँ जैसे कालाचा डोमनामिति, चन्द्रवोड़ा, केउट, गोखरा, शंकचूडा, शांखामुटि इत्यादि है। विषैले साँप का विप शिकार करने और हजम करने के काम में आता है। सभी के विषैले दाँत एक जैसे नहीं होते। किसी को विष शिकारी के स्नायुतंत्र पर आघात करता है तो कोई रक्त संरक्षण तंत्र पर साँप हमारे सामने आ जाने पर खुद को मुसीबत में देखकर पहले डराकर सतर्क करता है। जैसे कोई साँप जोर से साँस छोड़ता है, कोई हिसहिस ध्वनि करता है या फन उठाकर पूंछ के छोर को हिलाता है।
(9) बाघिन अपने बच्चों की देखरेख कैसे करती है?
उत्तर : सन्तान के पालन पोषण के समय बाघिनी का स्नेह शासन बढ़ा प्रशंसनीय होता है। बच्चा देने के पहले जगह को साफ-सुथरा करती है। बच्चा देने के बाद दिन भर उसके पास बैठी रहती है। बहुत बार पहरा देने के कारण खुद के खाने की भी व्यवस्था नहीं हो पाती। उसके रहने की जगह को कोई पहचान लेता है तो वह अपनी जगह बदल लेती है। जगह खोजते समय कोई प्राणी या मनुष्य उसके सामने आ आए तो उसकी मृत्यु निश्चित है। शहद इकट्ठा करते समय या लकड़ी काटते समय जो मनुष्य मारे जाते है उसके पीछे ज्यादातर यही कारण होता है। बच्चों के थोड़ा बड़ा होने पर बाघिनी उनको शिकार करना सीखने के लिए ले जाती है। सबसे पहले प्राणी के माँस का टुकड़ा टुकड़ा करके उसे खाने के लिए देती है। दाँत के बीच में रखकर कैसे माँस कर टुकड़ा करके खाना चाहिए यह भी सिखाती है। इसके बाद अध मरे प्राणी को बच्चों के पास लाती है। दाँत से कैसे माँस को खाया जाता है यह भी बतलाती है। बच्चों को तैरना सिखाती है। माँ बाघिनी के पास इस प्रकार छः सात महीने शिक्षा ग्रहण करने के बाद शिशु पूर्ण बाघ का रूप लेता है।
(10) ह्वेल की विभिन्न प्रजातियों का उल्लेख करें? यह एक दूसरे से कैसे संपर्क करती है ?
उत्तर : ह्वेल मछली की कई प्रजातियाँ है। नील व्हेल (Blue Whale) केवल पृथ्वी पर सबसे बड़ी होती है, ऐसा नहीं है। एक नील व्हेल का वजन तिरसठ हाथी या 2000 मनुष्य के बराबर है। जन्म के समय इनकी लम्बाई 7 मीटर होती है और वजन अढ़ाई हजार किलो होता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ एक पूर्ण वयस्क नील व्हेल प्रायः 30 मीटर लम्बी और वजन प्राय डेढ़ लाख किलो होता है। दिन में तीन से चार हजार किलो छोटी मछली की जाति के प्राणियों को खाती है। जैसे- हाम्पवैग व्हेल सुरीली आवाज में गीत गाकर अपना योगसूत्र बनाती है और नील व्हेल की आवाज एक जेट इंजन की आवाज से भी तेज होते है।
(1) वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective type questions) :
(A) सही उत्तर चुनिए (Choose the correct answer) :
(1) कुछ को छोड़कर अधिकतर वर्ज्य पदार्थ हमारे लिए होते हैं –
उत्तर : (b) हानिकारक।
(2) निम्नलिखित में से किस वर्ज्य पदार्थ को फिर से उपयोग में नहीं लाया जा सकता –
उत्तर : (d) सड़ी-गली सब्जी।
(3) निम्नलिखित में से कौन से वर्ज्य पदार्थ हमारे लिए सबसे अधिक हानिकारक हैं –
उत्तर : (d) कल कारखानों से संबंधित।
(B) खाली स्थान भरिए (Fill in the blanks) :
(1) प्रयोग करने के बाद त्यागी गयी वस्तुओं को ….. कहते हैं।
उत्तर: वर्ज्य पदार्थ
(2) सभी वर्ज्य पदार्थ हमारे लिए ......... नहीं होते।
उत्तर : हानिकारक ।
(3) कुछ वर्ज्य पदार्थों को ……. ....... किया जा सकता है।
उत्तर: फिर से प्रयोग।
(4) …….... से निकलने वाले व पदार्थ हमारे लिए बहुत हानिकारक होते।
उत्तर : कारखानों की चिमनियों
(5) …….. वर्ज्य पदार्थों से जल प्रदूषित होता है।
उत्तर : रासायनिक।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short answer type questions)
(1) वर्ज्य पदार्थ से क्या समझते हैं?
उत्तर : वर्ज्य पदार्थ (Waste Matter): ऐसे पदार्थ जिन्हें प्रयोग में लाने के बाद त्याग दिया जाता है, उन्हें वर्ज्य पदार्थ कहते हैं। वर्ज्य पदार्थों को पुनः उसी रूप में फिर से प्रयोग में नहीं लाया जा सकता। जैसे फटे-पुराने घरेलू वस्त्र एवं पोशाक इत्यादि।
(2) घरों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर : घरों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों के नाम: कोयला लकड़ी के जलने से उत्पन्न धुंआ, राख, सड़ी-गली सब्जी, शेष भोज्य पदार्थ, टूटे-फूटे सामान्य इत्यादि ।
(3) बाजारों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर : बाजारों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों के नाम कार्टून, कागज, पैकिंग के लिए प्रयोग सामान, फल एवं सब्जी बाजार के कचड़े, होटलों के अवशेष खाद्य पदार्थ इत्यादि ।
(4) कल-कारखानों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर: कल-कारखानों से निकलने वाले वर्ज्य पदार्थों: लोहे, लकड़ी इत्यादि धातुओं एवं अधातुओं के स्क्रेप, धिमनियों से निकलने वाले धुंए, रसायन उद्योगों से निकलने वाले कचड़े के रूप में द्रव पदार्थ इत्यादि ।
(5) दो ऐसे वर्ज्य पदार्थों के नाम बताइए जिन्हें फिर से उपयोग किया जा सकता है।
उत्तर : (क) लोहे एवं प्लास्टिक की बनी वस्तुएँ जैसे आलमारी, मेज कुर्सी, टीवी, बाल्टी, मग इत्यादि (ख) पुस्तकें, समाचार पत्र इत्यादि ।
(6) जैव भंगुर और जैव अभंगुर पदार्थ क्या हैं?
उत्तर : जैव भंगुर और जैव अभंगुर पदार्थ आस-पास फेंकी गई चीजें जो बहुत जल्दी मिट्टी में घुल-मिल जाती है उन्हें जैव भंगूर (Biodegradable) वर्जित पदार्थ कहते हैं जो बहुत दिन तक मिट्टी पर पड़े रहने के बाद भी परिवर्तित नहीं होते वे जैव अभंगुर (Non-Biodegradable) बर्जित पदार्थ हैं।
(7) अब आपलोग लिखने की कोशिश करो वर्जित पदार्थों में कौन से कठोर और कौन से सरल विशेषता क्या-क्या हो सकती हैं।
उत्तर : कठिन वज्रपदार्थ – मछली का अशं, फेंकी हुयी बैटरी।
सरल वज्रपदार्थ — थर्मोकोल के टुकड़े, पुरानी ब्रेड, सड़े फल-सब्जी।
केले का छिलका, परवल का छिलका, प्लास्टिक की बोतल, काँच के टुकड़े, टीन के डिब्बे, कम्प्यूटर का केबिनेट, जूट के बैग और अखबार से बने ठोंगे यदि बहुत दिन तक जमीन पर पड़े हुए हैं तो कुछ दिनों के बाद यह दिखाई पड़ता है कि केले का छिलका, जूट का बैग और कागज का ठोंगा मिट्टी में मिल गए बाकी चीजों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long answer type questions ) :
(ii) विभिन्न स्थानों से प्राप्त होने वाले विभिन्न वर्ज्य पदार्थों की एक सूची बनाइए। उत्तर: वर्ज्य पदार्थ कहाँ के तैयार होता है, आओ इसे जानें- -
1. घर से - जैसे खाली बोतल, सब्जी के छिलके, राख, प्लास्टिक थैले, पुराने कपड़े
2. पौरसभा पंचायत के डस्टविन से – जैसे टूटी हुई लाईट, कागज, कार्बन पेपर
3. कारखाने से तैयार वर्जित — विभिन्न प्रकार के रासायनिक पदार्थ, तेल, चिमनी का धुंआ आदि।
4. व्यवस्था से तैयार वर्जित – पैकेट, लकड़ी का बुरादा, पैकिंग के सामान आदि।
5. स्वास्थ्य केन्द्र से तैयार वर्जित – इंजेक्शन, सीरिजं, सूई, ग्लब्स, प्लास्टर ।
6. घर बनाते समय उत्पन्न वर्जित – पाईप का टुकड़ा, एनास्टिक, एसवेस्टेस ।
7. खेती की जमीन से तैयार वर्जित - डोडीटी ।
8. बाजार से तैयार वर्जित – सड़ी हुई सब्जी।