1। बेमेल शब्दों को ढूंढकर लिखो:
क) धर्मनिरपेक्ष, सार्वभौम, धनतांत्रिक, गणतांत्रिक।
उत्तर: धनतांत्रिक
ख) राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल।
उत्तर: प्रधानमंत्री।
ग) पोरसभा, लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा।
उत्तर : पौरसभा।
घ) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जवाहरलाल नेहरू, बी० आर० अम्बेडकर।
उत्तर : बी० आर० अम्बेडकर।
ङ) चिपको आन्दोलन, आप्पिको आन्दोलन , तेभागा आन्दोलन, नर्मदा बचाओ आन्दोलन।
उत्तर : तेभागा आन्दोलन ।
2। नीचे लिखे गये वाक्यों में कौन सही एवं कौन गलत है उसे चिह्नित करें।
क) संविधान विचार विभाग द्वारा कानून का संकलन है। (सही)
ख) भारतीय संविधान के प्रमुख रूपकार बी. आर. अम्बेडकर है। (सही)
ग) भारत में राष्ट्रपति ही वास्तविक तौर पर शासक है। (गलत)
घ) राज्यसभा की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करते है। (गलत)
ङ) पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था है। (गलत)
3। संक्षिप्त उत्तर वाले प्रश्न :
क) स्वाधीनता प्राप्ति के समय संविधान रचना की आवश्यकता क्यों पड़ी ?
उत्तर : संविधान का अर्थ है कई नियमों का समूह। इन्हीं नियमों के अनुसार कोई संस्था या प्रतिष्ठान परिचालित। होता है। चूंकि राष्ट्र भी एक प्रकार का प्रतिष्ठान ही है। अतः राष्ट्र के परिचालन हेतु एक संविधान की आवश्यकता होती है। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने अलग-अलग समयों में अपनी हो शासन व्यवस्था में थोड़ी हेर-फेर, सुधार
करके भारतवासियों की कुछ माँगे मानते हुए भी मूल नियन्त्रण अपने ही हाथों में रखा था।लेकिन आन्दोलन के क्रमशः बढ़ते जा रहे दबाव के आगे भारतवासियों की स्वन्त्रता और संविधान की माँग की दूर रख पाना संभव नहीं हो पाया। इसीलिए सन् 1946 में ब्रिटिश सरकार ने एक संविधान निर्माण सभा के गठन का प्रस्ताव मान लिया। इस सभा का काम भारत के लिये एक नये संविधान की रचना करना था।
ख) भारतीय संविधान में गणतांत्रिक राष्ट्र का अर्थ क्या है?
उत्तर: गणतन्त्र कहने का अभिप्राय है कि भारत की शासन व्यवस्था में वंशागत किसी राजा या रानी का कोई स्थान नहीं है। भारत की शासन व्यवस्था के शीर्ष पर राष्ट्रपति है। वे (राष्ट्रपति) भी भारत के लोगों (गणों) द्वारा अपरोक्ष रुप से चुने जाते हैं। संविधान के अनुसार भारत के शासन तन्त्र का श्रोत एवं रक्षक भारतीय जन-गण है। अर्थात् भारत के साधारण नागरिक हैं। इसलिये संविधान में गणतन्त्र शब्द का प्रयोग है।
ग) भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य क्यों कहा जाता है ?
उत्तर : धर्मनिरपेक्ष कहने का तात्पर्य यह कि भारत का राष्ट्र के रूप में अपना कोई धर्म नहीं है। किसी धर्म विशेष का होकर बोलना या उसका विरोध करना इनमें से कुछ भी राष्ट्र नहीं करेगा। प्रत्येक नागरिक अपने विश्वास के अनुकूल धर्माचरण कर सकता है।
घ) महात्मा गाँधी ने दलितों को अधिकार दिलाने के लिए क्या-क्या प्रयत्न किये ?
उत्तर : गाँधी जो भारतीय समाज में व्याप्त अस्पृश्यता को दूर करना चाहते थे। गांधी जी ने जाति प्रथा विरोधी आन्दोलन चलाया। गाँधी जी भारतीय समाज में एकता की बात करते थे और जीवन पर्यन्त अछूतों के उद्धार में लगे रहे।
गाँधी जी के अहिंसात्मक आन्दोलन का आधार धर्म था और वे अछूतों को हिन्दू धर्म की आत्मा मानते थे। राजनीति के क्षेत्र में देखा जाय तो गाँधी जी दलितों को विशाल हिन्दू समाज का अभिन्न अंग मानते थे गांधी जी के प्रयास से 'पूना समझौता में साधारण वर्गों में ही दलितों के लिए सीटों का आरक्षण किया गया। गाँधी जी उच्च वर्गों द्वारा दलितों के शोषण के विरुद्ध जागरुक थे।
ङ) भारत के संविधान में नागरिकों के कौन से मौलिक अधिकार का जिक्र है ?
उत्तर: भारतीय संविधान में नागरिकों के 6 मौलिक अधिकार बताए गए है। ये अधिकार है-समानता का अधिकार, स्वाधीनता का अधिकार, शोषण के विरूद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, शिक्षा तथा संस्कृति का अधिकार संविधानिक प्रतिवेदन का अधिकार ये सभी अधिकार शासन और कानून विभाग की कार्यकारणी से बाहर है।
4 अपनी भाषा में लिखें।
क) भारतीय संविधान की प्रस्तावना की व्याख्या करें। प्रस्तावना में 'गणतांत्रिक' शब्द किस प्रकार व्यवहार हुआ है अपनी भाषा में लिखें।
ख) भारत के प्रधानमंत्री एवं राज्यों के मुख्यमंत्रीओं के कार्यों के विषय में चर्चा करें। राष्ट्र तथा राज्यों की चलाने में उनकी क्या भूमिका है?
ग) पश्चिम बंगाल की स्वायत्तशासन व्यवस्था में गणतंत्र को धारणा किस प्रकार विस्तृत होती है? अपने स्थानीय अंचल के परिप्रेक्ष्य में चर्चा करें।
घ) भारत के संविधान ने नारी के अधिकारों को किस प्रकार से सुरक्षित किया है? नारी की सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए आर्थिक स्वाधीनता कितना आवश्यक है? उदाहरण के साथ लिखें।
ङ) अनुसूचित जाति, उपजाति तथा पिछड़ी जातियों के उन्नयन में संविधान की क्या भूमिका है?